राजनांदगांव

दो दर्जन सिम कार्ड, मोबाइल व एजेंट बनने संबंधी दस्तावेज जब्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 अप्रैल। फर्जी सिम मामले में डोंगरगांव के एक और आरोपी को गैंदाटोला पुलिस ने गिरफ्तार कर कार्रवाई की। डोंगरगांव क्षेत्र से फर्जी मोबाइल सिम सायबर ठगों को पहुंचाने के मामले का खुलासा हुआ। आरोपी द्वारा एक्टिवेट किए गए फर्जी मोबाइल सिम कार्ड में से दो मोबाइल नंबरों से दो साइबर ठगी के मामले में कुल एक लाख 62 हजार 617 रुपए का फाइनेंशियल फ्रॉड हुआ है। एक ग्राहक जब अपना सिम एक्टिवेड कराने जाता है, तब ये आरोपी उनसे दो बार बायोमेट्रिक्स करवाकर फर्जी सिम बना लेते थे। आरोपी के कब्जे से 27 नग सिम कार्ड और एक नग मोबाइल फोन एवं एजेंट बनने संबंधी दस्तावेज जब्त किया।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर से फर्जी सिम संबंधित विषय में प्राप्त सूचना के आधार पर गैंदाटोला थाना क्षेत्र में प्वाईंट ऑफ सेल (पीओएस) कोड़ 7470700724 पोखन मोबाइल एड्रेस 112 गैंदाटोला छुरिया राजनांदगांव द्वारा फर्जी सिम कार्ड आबंटित किया जा रहा है और इसका उपयोग सायबर अपराधों में भारत के साथ-साथ विदेशों में (जैसे म्यांमार, कंबोडिया, लाओस एवं फिलिपिंस) में भी किया जा रहा है।
मामले की गंभीरता को देखते एसपी मोहित गर्ग के निर्देशन में एएसपी राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी गैंदाटोला निरीक्षक अरुण कुमार नामदेव द्वारा साइबर सेल राजनांदगांव की सूचना पर अपराध क्रमांक 14/2025 धारा 318(4), 61 (2), बीएनएस एवं 66(सी) आईटी एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना किया जा रहा था। विवेचना के क्रम में पीओएस छोटू मोबाइल के एजेंट प्रशांत कुमार द्वारा भी ग्राहकों के व्यक्तिगत दस्तावेज से फर्जी तरीके से सिम एक्टिवेट करना पाए जाने पर प्रशांत साहू से पूछताछ कर मेमोरेंडम कथन लेकर घटना में प्रयुक्त एक नग ओप्पो मोबाइल फोन, ब्लैंक सिम कार्ड और एजेंट बनने संबंधी दस्तावेज जब्त कर 9 अप्रैल को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है।