राजनांदगांव

चार सदस्यीय टीम निजी स्कूलों की करेगी जांच
06-Apr-2025 2:04 PM
चार सदस्यीय टीम निजी स्कूलों की करेगी जांच

एमआईसी मेम्बर श्रोती की शिकायत पर डीईओ ने गठित की जांच टीम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 अप्रैल।
जिले के निजी स्कूलों के मनमाने ढंग से संचालन करने व पालकों को एनसीईआरटी एवं एससीईआरटी की किताबों की जगह निजी पब्लिकेशन से किताबें खरीदने का दबाव बनाने के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी प्रवेश बघेल ने चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। 

राजनांदगांव नगर निगम के एमआईसी मेम्बर आलोक श्रोती ने इस मामले को लेकर प्रशासन और शिक्षा विभाग से शिकायत की थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीईओ ने चार सदस्यीय टीम को जांच करने के निर्देश दिए हैं।

एमआईसी के शिक्षा विभाग के चेयरमैन आलोक श्रोती ने लिखित शिकायत कर निजी स्कूलों पर लगाम कसने का कलेक्टर से आग्रह किया था। कलेक्टर ने उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया था। अब जिला शिक्षा अधिकारी ने 4 सदस्यों संगीता राव, लक्ष्मी ठाकुर, दीपक ठाकुर और मनोज मरकाम को सप्ताहभर के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।  
बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता श्रोती तक पालकों ने सीबीएसई पैटर्न के नाम पर निजी स्कूलों पर फीस वसूली करने का आरोप लगाया, जबकि स्कूलों में छत्तीसगढ़ बोर्ड के पाठ्यक्रम की तालीम दी जा रही थी। पालकों को ड्रेस कोड के नाम पर व जूते से लेकर कापियों की खरीदी के लिए एक निश्चित दुकान से खरीददारी करने का दबाव भी निजी स्कूल बना रहे हैं। 

 

 

बताया जा रहा है कि जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी निजी स्कूलों के संचालकों की बैठक लेकर कड़ी चेतावनी दी है। जिसमें उन्होंने नियमों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही।

ज्ञात हो कि राजनांदगांव शहर में निजी स्कूलों की मनमानी किसी से छिपी नहीं है। निजी स्कूलों ने एक व्यवसायिक रवैया अख्तियार कर पालकों पर आर्थिक बोझ भी डाला है। पालकों को स्कूल प्रबंधन के दबाव के चलते सस्ते के बजाय महंगी पुस्तकें खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। 

बहरहाल, एमआईसी के शिक्षा विभाग के चेयरमैन श्रोती के लिखित शिकायत पर प्रशासन ने फौरी कदम उठाकर पालकों को एक राहत पहुंचाने का काम किया।


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