राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 अगस्त। नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने जारी बयान में कहा कि महापौर अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में नाकाम ही रही है। इसके अलावा उन्होंने अपने पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ऐसे में बेहतर होगा कि अब वे इस्तीफा दे दे। महापौर हेमा देशमुख और पार्षद राजेश गुप्ता चंपू के बीच उपजे विवाद को नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने महापौर के प्रति एमआईसी सदस्यों में रोष की परिणति बताया है। उन्होंने कहा कि महापौर के निर्णयों में एमआईसी के सदस्य ही उनके साथ नहीं है।
श्री यदु ने कहा कि निगम में सफाई ठेके को लेकर भी महापौर परिषद में विवाद उभरा था और स्वास्थ्य विभाग के चेयरमैन सहित एक अन्य ने इसकी खिलाफत की थी। इसके बाद से ही ये दोनों एमआईसी चेयरमैन परिषद के फैसलों से खुद को अलग रख रहे हैं।
वे नस्तियों में न ही दस्तखत कर रहे हैं और न ही महापौर की कार्यशैली से संतुष्ट हैं। इसके बाद अब चंपू गुप्ता ने उनकी कार्यशैली को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। स्पष्ट है कि मेयर अपना स्वार्थ शहर पर थोप रही है। जिसके चलते उन्होंने एमआईसी का विश्वास गंवा दिया है।