राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 अगस्त। कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में शनिवार को प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन के तहत राजनंादगांव में कांग्रेस ने धरना दिया। धरना कार्यक्रम के लिए पार्टी ने मुख्य वक्ता के तौर पर पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे को खासतौर पर भेजा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में धरना के दौरान कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत अन्य भाजपा नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि साय सरकार लोकतांत्रिक हितों के साथ कुठाराघात कर रही है। छत्तीसगढ़ में साय सरकार के कार्यकाल में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। समूचे राज्य में अराजकता की स्थिति है।
स्थानीय ईमाम चौक स्थित फ्लाई ओवर के नीचे शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा के नेतृत्व में धरना देते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की।
पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि विधायक देवेन्द्र यादव सहित कांग्रेस नेताओं पर षडयंत्रपूर्वक राजनैतिक द्वेष के चलते पुलिस कार्रवाई कर जेल भेज रही है। हम कांग्रेस अंग्रेजों से नहीं डरे तो इस भाजपा सरकार से क्या डरेंगे। प्रदेश की भाजपा सरकार सतनामी समाज को बदनाम कर उनकी एकता को तोडऩे की कोशिश कर रही है। आठ माह की साय सरकार पूर्णत: विफल सरकार है। पूर्ववती कांग्रेस सरकार की जनहितकारी योजनाओं को साजिश के तहत बंद कर रही है।
शहर अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने कहा कि साय सरकार अपनी नाकामी छुपाने विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है। विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी भाजपा सरकार की बौखलाहट है। जबकि बलौदाबाजार में हुई आगजनी की घटना शासन-प्रशासन की बड़ी लापरवाही और सरकार के इंटेलिजेंस के फेल होने के कारण हुई है। जबकि इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिलाध्यक्ष सनम जांगडे सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच होनी चाहिए, किन्तु भाजपा सरकार कांग्रेस नेताओं को टारगेट बनाकर काम कर रही है। जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष भागवत साहू ने कहा कि कांग्रेस नेता लगातार प्रदेश की भाजपा सरकार की नाकामियों को उजागर कर रही है तो इससे भयभीत होकर भाजपा सरकार बौखलाकर कांग्रेस नेताओं पर षडयंत्रपूर्वक कार्रवाई कर डरा रही है। जबकि कांग्रेस न तो डरती है, न डरने वाली वाली है। साय सरकार की अकर्मण्यता के चलते ही बलौदाबाजार में कानून व्यवस्था बिगड़ी है। यदि समय रहते जैतखाम को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्रवाई की गई होती तो ऐसी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होती।
प्रदर्शन में रविंद्र चौबे, दलेश्वर साहू, भागवत साहू, कुलबीर सिंह छाबड़ा, श्रीकिशन खंडेलवाल, मेहरू मारू, जीतू मुदलियार, रूपेश दुबे, माया शर्मा, शरद तिवारी, अमित चंद्रवंशी, सूर्यकांत जैन, ऋषि शास्त्री, आसिफ अली, मनीष गौतम, राजेश चौहान समेत अन्य कांग्रेसी शामिल थे।