राजनांदगांव

सालभर में 32 लाख के मैदान से हरी घास गायब
29-May-2024 3:09 PM
सालभर में 32 लाख के मैदान से हरी घास गायब

बागवानी विभाग ने निगम को नहीं किया हैंडओवर, मैदान की दुर्दशा देखकर खेलप्रेमी मायूस

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 29 मई। शहर के म्युनिसिपल हाईस्कूल मैदान को हरा घास से खूबसूरत बनाने के लिए खर्च की गई लाखों रुपए पानी में बह गई। तकरीबन सालभर पहले महापौर हेमा देशमुख ने मैदान को खेलप्रेमियों के लिए हराभरा बनाने के लिए 32 लाख रुपए की मंजूरी दिलाई थी।

26 मई 2023 को   प्रशासन ने डीएमएफ फंड से मैदान में हरा घास बिछाने के लिए बागवानी (हार्टिकल्चर) विभाग को अधिकृत किया था। हार्टिकल्चर विभाग ने छह माह के भीतर कार्य पूर्ण करने की जिम्मेदारी ली। गत् मानसून सत्र के बाद सितंबर-अक्टूबर में मैदान तैयार हुआ। मैदान के चारों ओर फेंसिंग तार लगाए गए, लेकिन कुछ महीनों के भीतर मेन्टेनेंस की कमी के चलते मैदान का घास मरणासन स्थिति में पहुंच गया। नतीजतन 32 लाख रुपए खर्च से तैयार यह मैदान अब सपाट हो गया है। खेल प्रेमियों को मैदान की दुर्दशा देखकर मायूसी हाथ लगी है।

इस संबंध में महापौर हेमा देशमुख ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि हार्टिकल्चर विभाग के पास मेन्टेनेंस का जिम्मा है। फिलहाल अब तक विभाग ने निगम को मैदान हैंडओवर नहीं किया है। ऐसे में विभाग की देखरेख की जिम्मेदारी है।

ज्ञात हो कि शुरूआत में यह मैदान काफी खूबसूरत लग रहा था। शहर के बीच स्थित इस मैदान को घासयुक्त बनाने के लिए महापौर ने एक अच्छी पहल की थी, लेकिन हार्टिकल्चर विभाग की लापरवाही के चलते म्युनिसिपल स्कूल के मैदान से घास गायब हो गई है।

एक जानकारी के मुताबिक मैदान निर्माण की एजेंसी सहायक संचालक  हार्टिकल्चर विभाग रहा है। बताया जाता है कि भिलाई सेक्टर-6 के शांति नर्सरी और फर्टिलाईजर के संचालक द्वारिकाप्रसाद चौहान ने ठेका लेकर मैदान तैयार किया था। मैदान के चारों ओर लगी तार फैंसिंग गायब हो गई है, वहीं पोल भी टूटे पड़े हुए हैं। राजनांदगांव शहर में यह मैदान खेल के लिए काफी चर्चित रहा है। बड़ी संख्या में खिलाड़ी सुबह-शाम खेल की प्रेक्टिस करते हैं, वहीं हॉकी के लिए भी यह मैदान उपयुक्त रहा है। पर अब मैदान अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।


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