राजनांदगांव

आईएएस धर्मेश साहू पर भारतीय इंजीनियरिंग सर्विस अफसर का प्रताडऩा का आरोप
29-Dec-2022 12:10 PM
आईएएस धर्मेश साहू पर भारतीय इंजीनियरिंग सर्विस अफसर का प्रताडऩा का आरोप

नांदगांव हाउसिंग बोर्ड के ईई ने खुदकुशी के लिए उकसाने का लगाया गंभीर आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 दिसंबर ।
राज्य हाउसिंग बोर्ड के कमीशनर आईएएस अफसर धर्मेश साहू पर उनके मातहत कार्यरत भारतीय इंजीनियरिंग सर्विस (आईईएस) अधिकारी सीएस बेलचंदन ने मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। आईईएस अफसर ने अपने साथ हो रहे कथित प्रताडऩा को लेकर प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ को चिट्ठी लिखकर शिकायत की है। बताया जा रहा है कि यात्रा भत्ता की राशि आहरण करने के मामले में धर्मेश साहू ने ईई बेलचंदन को पिछले दिनों निलंबित कर दिया था। बेलचंदन ने निलंबन के बाद  अधिकारी संघ को पत्र लिखकर मामले में दखल देने की गुजारिश की है। उन्होंने पत्र में बोर्ड के कमीशनर साहू पर खुदकुशी के लिए उकसाने का भी जिक्र किया है।

उन्होंने यहां तक लिखा है कि आत्महत्या करने पर  इसके लिए कमीशनर जिम्मेदार होंगे। केंद्र सरकार से प्रतिनियुक्ति पर पिछले 8 सालों से बेलचंदन बतौर ईई राजनंादगांव मंडल में पदस्थ हैं। उनकी चिट्टी से प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई है। गत् 7 दिसंबर को कमीशनर ने बेलचंदन को बिना अनुमति यात्रा भत्ता निकालने के नाम पर निलंबन का फरमान जारी कर दिया। जबकि बेलचंदन का दावा है कि नियमानुसार ही उन्होंने यात्रा भत्ता का आहरण किया है। 2002 बैच के आईईएस बेलचंदन हाउसिंग बोर्ड में कार्यरत हैं। उनका कहना है कि जबसे कमीशनर के रूप में साहू की पोस्टिंग हुई है, तब से उन्हें निशाना बनाकर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जानबूझकर अंबिकापुर किया गया है। तमाम परिस्थितियों से यह जाहिर हो रहा है कि कमीशनर ने एकतरफा परेशान करने की ठान ली है।

 इस संबंध में श्री बेलचंदन ने ‘छत्तीसगढ़’  को बताया कि वह कमीशनर के रवैये से मानसिक, शारीरिक और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। आयुक्त द्वारा प्रताडि़त किए जाने से वह इस कदर हताश हैं कि वह कभी भी आत्महत्या कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि राजपत्रित संघ से पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। इधर बेलचंदन पूर्व में दो बार निलंबित भी हो चुके हैं। पहले निलंबन पर उन्हें हाईकोर्ट से स्टे मिला हुआ है।  उन्होंने इलाज के लिए दिल्ली जाने के लिए अनुमति ली और यात्रा भत्ता देने की मांग की थी। अनुमति देने के बावजूद यात्रा भत्ता के नाम पर बेवजह कमीशनर ने निलंबित किया है।

 


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