राजनांदगांव

न्यास में गड़बड़ी का सवाल ही नहीं है, सब भ्रामक-वासनिक राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष ने रखा पक्ष, कहा- यह सब षडय़ंत्र का हिस्सा
25-Dec-2022 7:07 PM
न्यास में गड़बड़ी का सवाल ही नहीं है, सब भ्रामक-वासनिक राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष ने रखा पक्ष, कहा- यह सब षडय़ंत्र का हिस्सा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 25 दिसंबर। राजगामी संपदा न्यास में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है। न्यास में गड़बड़ी का सवाल ही नहीं है, बल्कि केवल अफवाहों के आधार पर न्यास की छवि को एक षडयंत्र के तहत बदनाम करने की साजिश की जा रही है। ऐसा कहना है कि राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष विवेक वासनिक का।

न्यास के अध्यक्ष विवेक वासनिक ने इस पूरे मामले में अपना पक्ष रखते कहा है कि स्थानीय समाचार पत्रों में राजगामी संपदा न्यास के खिलाफ  जो खबर प्रकाशित हुई है, वह तथ्यहीन, भ्रामक एवं अविश्वनीय है।

जैसा बताया गया है कि ऐसा कुछ भी नहीं है। हालांकि अधिकारियों से न्यास के कार्यों से संबंधित दस्तावेज मांगे गए थे तथा इस संबंध में एसडीएम एवं तहसीलदार को बुलाया गया था, क्योंकि ट्रस्ट के एक सदस्य द्वारा मिथ्या जानकारी दी गई है। वहीं इस संबंध में किसी भी सदस्य को तलब नहीं किया गया था। उधर दस्तावेज के परीक्षण के बाद राजगामी संपदा के कार्यों से मंत्री मोहम्मद अकबर संतुष्ट नजर आए। किसी भी कार्य में गड़बड़ी नहीं होना पाया गया है। सभी प्रस्तावों को जिलाधीश एवं एसडीएम द्वारा सत्यापित किया जाता है। जिसके बाद खर्च या कार्यों की स्वीकृति मिलती है। वहीं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कर दिया गया है।

बताते चलें कि इससे पहले अखबारों में रानी सूर्यमुखी देवी राजगामी संपदा न्यास समिति में कोरोना काल में नियमों के विपरीत 13 लाख 44 हजार रुपए के 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन की खरीदी में गड़बड़ी संबंधी खबरें प्रकाशित की गई थी। जिसमें इस आशय का जिक्र किया गया है कि ऑक्सीजन मशीन का कोई इस्तेमाल ही नहीं किया गया। इन मशीनों की खरीदी तत्कालीन प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर का मौखिक आदेश और सहमति बताकर की गई। मंत्री को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने अध्यक्ष को छोडक़र समिति अन्य सदस्यों के साथ अफसरों की बैठक बुलाई। साथ ही कहा गया है कि अध्यक्ष विवेक वासनिक की अब खतरे में है। इन्हीं खबरों पर अपना पक्ष रखते अध्यक्ष विवेक वासनिक ने न्यास में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने से साफ  इनकार किया है।

इस संबंध में उन्होंने वन मंत्री मोहम्मद अकबर से भी मुलाकात की है और पूरी वस्तुस्थिति से उन्हें अवगत कराया। वासनिक ने मंत्री को बताया है कि समानों की खरीदी नियमों के अनुसार हुई है। कोरोनाकाल में लोगों की मदद के लिए मशीन खरीदी की गई है। इस मामले को लेकर मंत्री श्री अकबर ने राजगामी संपदा के अध्यक्ष विवेक वासनिक को क्लीन चिट भी दे दी है।


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