राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 नवंबर। जिला अनुसूचित जनजाति मोर्चा, भाजपा एवं युवा मोर्चा ने सोमवार शाम को प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा 32 फीसदी आरक्षण में कटौती एवं स्थानीय भर्ती में प्राथमिकता समाप्त करने की साजिश के विरोध में महावीर चौक से आक्रोश मशाल रैली निकाली।
इस दौरान भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार की लापरवाही और साजिश के कारण आदिवासी वर्ग का 32 प्रतिशत आरक्षण की कटौती का निर्णय उच्च न्यायालय में हुआ है। इसी के साथ भूपेश बघेल की सरकार ने बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग की पांचवी अनुसूची वाले जिलों से स्थानीय भर्ती प्राथमिकता को भी समाप्त किया है। आदिवासियों का 32 प्रतिशत आरक्षण के विरूद्ध उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल करने वाले केपी खांडे को कांग्रेस सरकार ने राज्य अनुसूचित आयो के अध्यक्ष पद से नवाजा है। एक तरफ भूपेश बघेल आदिवासी हितैषी और पक्षधर होने का ढोंग करते हैं। वह आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को छीनने वाले लोगों को पुरूस्कृत करते हैं। इस दौरान भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की भूपेश सरकार के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की एवं आक्रोश जताया।
इस दौरान मधुसूदन यादव, किशुन यदु, मधु बैद, तरुण लहरवानी, प्रखर श्रीवास्तव, सज्जन ठाकुर, आशीष जैन, एमडी ठाकुर, भीषम देवांगन, दुर्गेश यादव समेत अन्य लोग शामिल थे।