राजनांदगांव

महिलाओं ने ज्ञापन सौंपकर दिवाली बाद आंदोलन की दी चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 अक्टूबर। डोंगरगढ़ शहर में 50 साल से बसे बाशिंदे सरकारी पट्टा से महरूम है। मंगलवार को महिलाओं के एक समूह ने आवास संबंधी समस्या को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। समूह का आरोप है कि सालों से बसे लोगों को पट्टा वितरण से दूर रखा गया है। जिसके चलते लोगों को अपने आशियाने की चिंता सता रही है। महिलाओं का कहना है कि 50 से 60 साल से सभी निवासरत हैं। परिवार के सदस्यों का सालों पुराना प्रमाण पत्र भी है। इसके बावजूद पट्टा नसीब नहीं हुआ है।
इस संबंध में हेमलता मेश्राम, विद्या रामटेके व भूमिका रामटेके ने कहा कि वार्ड नं. 2 डोंगरगढ़ की जनता द्वारा लगातार जनदर्शन, आंदोलन, ज्ञापन, निवेदन दिया गया। पूर्व में पटवारियों द्वारा नाप लिया गया। सन् 2019 से पट्टा बनने के आश्वासन में 40 से 50 साल पूर्ण होने के बाद भी आज तक उन्हें सिर्फ आश्वासन में मिल रहा है। महिलाओं ने कहा कि आज पर्यन्त समस्याओं का निराकरण नहंी किया गया है। तत्पश्चात जनता आक्रोशित होकर डोंगरगढ़ एसडीएम कार्यालय के सामने तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जा चुका है।
दीपावली के बाद होगा आमरण अनशन
विद्या रामटेके ने कहा कि लगातार ज्ञापन सौंपा जा रहा है। 2019 से पट्टे का खेल शासन-प्रशासन द्वारा खेला जा रहा है। 2019 में पहुंचे पटवारियों द्वारा नाप लिया गया और पट्टा बांटने का आश्वासन दिया गया। डोंगरगढ़ की अल्पसंख्यक जनता पट्टा की मांग कर रही है। 40 से 50 रहने वाली जनता को केवल आश्वासन दिया जा रहा है। हमारे द्वारा लगातार अधिकारियों के पास गुहार लगाई जा रही है। इसके बावजूद ज्ञापन सौंपने से लेकर आंदोलन किया गया। हमारी माग पूरी नहीं की गई। अपनी मांगों को लेकर आज डोंगरगढ़ की महिलाएं कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो दीपावली पर्व के बाद उग्र आंदोलन किया जाएगा। साथ ही मांग पूरी नहीं होने तक आमरण-अनशन किया जाएगा।