राजनांदगांव
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एक महिला की तबियत बिगड़ी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 जून। गोंदिया-रायगढ़ जनशताब्दी एक्सप्रेस के एकाएक स्थानीय रेल्वे स्टेशन में बीच ट्रेक में रूकने से बुधवार को अफरातफरी का माहौल रहा। रेल्वे अफसरों का कहना है कि सिग्नल में तकनीकी खराबी आने से ट्रेन को तय प्लेटफार्म के बजाय बीच ट्रेक पर रोकना पड़ा।
गोंदिया से रायगढ़ चलने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस का राजनांदगांव में भी ठहराव है। तय समय से कुछ देरी में पहुंचने से पूर्व अचानक मोतीपुर रेल्वे सिग्नल में खराबी आ गई। इसके चलते ट्रेन के तय रूट को बदलकर स्टेशन स्थित बीच रूट में रोकना पड़ा। बीच ट्रेक में ट्रेन के ठहरने से यात्रियों में हडक़ंप मच गया। वहीं प्लेटफार्म में खड़े यात्रियों को उतरकर ट्रेन में चढऩा पड़ा। साथ ही ट्रेन में सवार मुसाफिरों को भी प्लेटफार्म में चढऩे-उतरने के लिए अतिरिक्त कसरत करनी पड़ी। इस दौरान उम्रदराज, बच्चों और महिलाओं को प्लेटफार्म में चढऩे के लिए शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि रेल्वे अधिकारियों को ट्रेन के बीच ट्रेक में खड़ा करने के लिए लोगों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा। भीषण गर्मी में बीच ट्रेक में चढऩे-उतरने वाले मुसाफिरों के लिए समय भी सीमित था। हालांकि अफसरों के निर्देश पर दो मिनट के बजाय 10 मिनट तक ट्रेक में ट्रेन ठहरी रही। स्टेशन के प्लेटफार्म एक में ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों में बीच ट्रेक में खड़ी ट्रेन तक पहुंचने के लिए आपाधापी मच गई। बुजुर्ग यात्रियों और महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। इस संबंध में स्थानीय रेल्वे स्टेशन मास्टर आरके बर्मन ने दावा कियाा है कि मोतीपुर रेल्वे सिग्नल में खराबी से ट्रेन को बीच रूट में खड़ा करना पड़ा। इधर स्टेशन परिसर में काफी देर तक यात्रियों में हडक़ंप की स्थिति रही। अचानक बीच ट्रक में ट्रेन के रूकने की उम्मीद किसी को नहीं थी। कल 10 मिनट तक रेल्वे स्टेशन में अव्यवस्था को लेकर यात्रियों में नाराजगी भी देखने को मिली।
महिला यात्री की बिगड़ी तबियत
बीच ट्रेक पर खड़ी जनशताब्दी एक्सप्रेस में सवार एक महिला यात्री की तबियत बिगडऩे से उसे अस्पताल उपचार के लिए पहुंचाया गया। महिला की सेहत खराब होने से रेल्वे अधिकारियों ने स्वास्थ्य सुविधा दिलाने के लिए तत्परतापूर्वक कदम उठाए। बताया जा रहा है कि महिला की स्थिति अब ठीक है। भीषण गर्मी और गर्म हवाओं के कारण भी यात्री परेशान रहे। हालांकि महिला की सेहत में सुधार होने से रेल्वे अफसरों ने भी राहत की सांस ली।