राजनांदगांव

लंबे आंदोलन की तैयारी के मूड में हैं शिक्षक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 मई। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन की केंद्र से 17 फीसदी पीछे चल रहे डीए की मांग के विरुद्ध छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 5 प्रतिशत डीए दिए जाने की घोषणा से जहां प्रदेश के कर्मचारियों में नाराजगी है। वहीं इसे कर्मचारियों के प्रति सरकार का उपेक्षात्मक रुख निरूपित करते छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन राजनंादगांव ने आक्रोश व्याप्त किया है।
उक्त जानकारी देते छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय प्रमुख महामंत्री सतीश ब्यौहारे, प्रांतीय संगठन मंत्री बृजभान कुमार सिन्हा, प्रांतीय संयुक्त मंत्री सीएल चंद्रवंशी, जिला संरक्षक मुकुल साव, नवनियुक्त जिला अध्यक्ष शरद शुक्ला एवं जिला सचिव पीआर झाड़े ने कहा कि बढ़ती महंगाई से राहत दिलाने केंद्र व राज्य की सरकारों द्वारा साल में जनवरी व जुलाई माह में डीए देने का प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जनवरी 2000 से जनवरी 2022 तक डीए की कुल पांच किस्त अर्थात 17 प्रतिशत डीए का भुगतान अपने कर्मचारियों को किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि राज्य सरकारों को भी इसी के समान डीए देना सुनिश्चित हुआ है, किंतु छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जनवरी 2020 से डीए की किस्तों को रोका गया है। जिससे कर्मचारियों को भारी आर्थिक क्षति हुई है। जिसकी भरपाई नहीं हो सकती, क्योंकि शासन द्वारा जारी 5 प्रतिशत डीए के आदेश में पिछले बकाया एरियर्स के भुगतान के संबंध में कोई उल्लेख नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हमें 5 प्रतिशत डीए दिया है। इसका हम पुरजोर विरोध करते केंद्र के समान डीए देने की मांग पर लंबे आंदोलन की तैयारी करेंगे। वर्तमान में मुख्यमंत्री प्रदेश के दौरे पर हैं। जिसमें छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के इस आदेश के विरोध में उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने शिक्षक फेडरेशन के साथियों से इस संघर्ष में बढ़-चढक़र शामिल होने की पुरजोर अपील की है।