रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जुलाई। दपूमरे बिलासपुर जोन महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने मंगलवार को डीजल एवं एच.एच.पी. लोको शेड, रायपुर का निरीक्षण किया।
इस दौरान लोको शेड परिसर में नवनिर्मित भवन अनुभाग श्व4 एवं श्व6 का उद्घाटन किया। इस भवन में अत्याधुनिक तकनीक से युक्त टेस्ट बेंचेस स्थापित किए गए हैं, जिनकी सहायता से विद्युत लोकोमोटिव के अनुरक्षण एवं मरम्मत कार्यों की गुणवत्ता तथा कार्यकुशलता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
इसके अतिरिक्त, लोको शेड ट्रेक्शन मोटर बेकिंग ओवन का भी उद्घाटन किया गया, जिसमें डाटा लॉगर की नवीनतम तकनीकी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यह प्रणाली मोटर अनुरक्षण कार्यों को और अधिक सटीक, सुरक्षित तथा उन्नत बनाएगी।
इस अवसर पर रामेन्द्र कुमार तिवारी, प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर; एस. के. सहगल, प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक; दयानंद, मंडल रेल प्रबंधक, रायपुर; पीयूष गुप्ता, मुख्य विद्युत लोको इंजीनियर एस. के. सिंह, मुख्य इंजीनियर (निर्माण); एवं सौरभ दवग्गर, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (डी), भी उपस्थित रहे।
शेड में न पर्याप्त स्टाफ, न सुविधाएं, जीएम को बताया कर्मचारी संघ ने
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अखंड रेलवे कर्मचारी संघ डीजल लोको शेड शाखा ने इस मौके पर जीएम तरूण प्रकाश को घेरकर अपनी डेढ़ दर्जन मांग और असुविधाओं पर ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों के हितों पर पत्राचार के लिए अखंड रेल कर्मचारी संघ को कार्यालय कक्ष देने की मांग की?। जीएम को बताया कि शेड में इलेक्ट्रिक लोको एवं डीजल लोको सहित पूरे लोको की संख्या 266 है इसके अनुपात में कर्मचारी टीम है लोकों के कैडर के अनुसार तत्काल पद सृजन करके स्टाफ की कमी दूर किया जाए।
रेलवे कॉलोनी में स्थित रेल आवासों की स्थिति अत्यंत दयनीय है। ड्रेनेज, झाडिय़ां उग आए हैं। परिवार के रहने योग्य आवास का पुननिर्माण की व्यवस्था करें । नागपुर शेड की तरह रायपुर के कर्मचारियों को भी पोशाक भत्ता कैंटीन का विस्तार, रेल कालोनी में विशेष सुरक्षा की भी आवश्यकता है।
संघ ने जीएम को बताया कि इंजीनियरिंग विभाग में कर्मचारियों की बहुत ज्यादा कमी है बावजूद इसके कर्मचारियों को आफिस में एवं बंगले में अटैच कर रखा गया है। प्रशासनिक कार्य हेतु फील्ड कर्मचारियों को आफिस में कार्य करना है, तो उन्हे आफिस में स्थायी तौर पर रखा जाए। ट्रैकमेन्टेनर कैडर में 8 घंटे ड्युटी रोस्टर फालो नहीं किया जा रहा और उन्हें ओटी भी नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं इन्हें साइकिल अलाउंस का एरियस सहित भुगतान अभी तक नहीं किया जा रहा है। लोको शेड और आरएसडी होमसिग्नल के अंदर है, इसलिए ये ऑपरेटिंग विभाग से संचालित होना चाहिए पर यहां पर वर्तमान में इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों को बिना किसी सुरक्षा उपकरण नाइट व दिन ड्यूटी हेतु बुक किया जा रहा है।
इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत महिलाओं को वन टाइम कैटेगिरी चेंज के अवसर का लाभ प्रदान किया जाए। रायपुर मंडल में क्रू से लांग अवर्स काम लिया जाता है हेडक्वार्टर में 14 घंटे रेस्ट के बाद कालसर्व किया जा रहा है। क्रू को हेडक्वार्टर ओवरशूट करना बंद किया जाए ।