रायपुर

सावन से पहले झड़ी, कई जिलों में रेड-ऑरेंज अलर्ट
08-Jul-2025 6:59 PM
सावन से पहले झड़ी, कई जिलों में रेड-ऑरेंज अलर्ट

राजधानी की सडक़ों में भरा पानी, बस्तियां भी जलमग्न

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 8 जुलाई। सावन महीने की शुरूआत से पहले ही राजधानी सहित पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है। लगातार चार दिनों से हो रही रूक-रूक कर बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर है वहंी शहरों की निचली बस्तियों में भी जल भराव होने लगा है। राजधानी में मंगलवार को भी तेज बारिश का दौर रहा। बारिश से शहर के कई इलाकों में जल भराव हो गया। सडक़ों पर पानी भर गया। बारिश के बीच यातायात भी रूक स गया। शहर में कालीबाड़ी, समता कालोनी, तेलीबांधा, और कुशालपुर क्षेत्र के बस्तियों में पानी घरों में घुस गया। इधर, रायपुर मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, नारायणपुर, बालोद, राजनांदगांव व दुर्ग के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 घंटे के दौरान आंधी-तूफान के साथ मूसलाधार बारिश होगी। वहीं, राजधानी रायपुर में लगातार बारिश हो रही है।

मौसम विभाग ने गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, मुंगेली, कबीरधाम के लिए हैवी रैन का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 घंटों के दौरान इन जिलों में झमाझम बारिश होगी।

जानकारी के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम गंगीय पश्चिम बंगाल और उसके आसपास के इलाकों में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबंधित चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। अगले 2 दिनों के दौरान इसके झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ में धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढऩे की संभावना है। औसत समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका अब श्री गंगानगर, सिरसा, मेरठ, वाराणसी, डाल्टनगंज पुरुलिया, दक्षिण-पश्चिम गंगीय पश्चिम बंगाल उसके आसपास के इलाकों में निम्न दबाव के क्षेत्र के केंद्र से होकर पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व की ओर गुजरती है। एक द्रोणिका अब दक्षिणी राजस्थान से होकर दक्षिण-पश्चिम गंगीय पश्चिम बंगाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में बने निम्न दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण तक जा रही है, जो मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़, दक्षिणी झारखंड से होते हुए समुद्र तल से 3.1 किमी और 7.6 किमी के बीच ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुकी हुई है। इस कारण से प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी रहने वाला है।


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