रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 जुलाई। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने माओवादियों द्वारा लगाए गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस को राज्य के लिए एक गंभीर चुनौती बताया है।
उन्होंने कहा, आईईडी सबसे बड़ी चुनौती है। यह विभिन्न स्थानों पर लगाए जाते हैं, जो न सिर्फ इंसानों के लिए बल्कि जानवरों के लिए भी खतरनाक होते हैं। बीजापुर में हुई घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हम ऐसी तकनीकी साधन प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, जो इन आईईडी का पता लगाने में मदद कर सके। हम इस पर काम कर रहे हैं।
बीजापुर में माओवादियों द्वारा लगाए गए आईईडी ब्लास्ट में तीन लोग घायल इससे पहले, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों द्वारा लगाए गए एक आईईडी ब्लास्ट में तीन ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए थे। यह घटना मददीद पुलिस थाना क्षेत्र के ढंगोल गांव के पास जंगल में घटी, जब ये ग्रामीण जंगली मशरूम, जिसे स्थानीय रूप से फुटू कहा जाता है, इक_ा करने के लिए जंगल में गए थे। फुटू बारिश के मौसम में बस्तर क्षेत्र में बहुत प्रिय खाद्य पदार्थ है।
घायलों की पहचान काविता कुदियम (16), कोर्से संतोष (26), और चिदेम कन्हैया (24) के रूप में की गई है, जो ढंगोल गांव के निवासी हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, तीनों ने माओवादियों द्वारा दबाव-संवेदी आईईडी पर गलती से कदम रखा, जिससे एक जोरदार धमाका हुआ और उनके पैरों तथा चेहरे पर गंभीर चोटें आईं। उन्हें रविवार रात को बीजापुर जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।