रायपुर

पीएससी भर्ती घोटाला: रिजॉर्ट में परीक्षा देने की सुविधा थी, चयन तक कीमत 1 करोड़
18-Apr-2025 3:37 PM
पीएससी भर्ती घोटाला: रिजॉर्ट में परीक्षा देने की सुविधा थी, चयन तक कीमत 1 करोड़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अप्रैल।
सीजी पीएससी भर्ती घोटाले में सीबीआई ने रायपुर,महासमुंद में कुल 5 ठिकानों पर दो दिनों तर दबिश दी । इसमें  सरकारी डॉक्टर, कोचिंग इंस्टीट्यूट और एक निजी होटल समेत कुल 5 ठिकानों को घेरा।

महासमुंद में बार नवापारा अभ्यारण के गेस्ट हाउस,एक सरकारी डॉक्टर के घर रायपुर के फूल चौक स्थित निजी होटल, सिविल लाइन स्थित कोचिंग इंस्टीट्यूट पर सीबीआई की टीमें पड़ताल कर रही है। 

इस जांच में  अहम दस्तावेज समेत टेक्निकल एविडेंस बरामद करने की खबर है।इसमें मिले सुबूतो पर जल्द दो और बड़ी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। अब तक इस मामले में  पूर्व चेयरमेन टीएस सोनवानी समेत डेढ़ दर्जन लोग गिरफ्तार हैं। बुधवार गुरुवार को हुई यह कार्रवाई महासमुंद के डॉ विकास चंद्राकर,रायपुर के उत्कर्ष चंद्राकर,रायपुर सक्सेस एकेडमी के संचालक धर्मेंद्र साहू,राहुल हरपाल,  परितोष जायसवाल मुख्य रूप से शामिल है। 

इनसे हुई पूछताछ में  परीक्षा से चयन तक अपनाई प्रक्रिया से संबंधित कई राज उगले हैं। इनके मुताबिक विकास और उत्कर्ष चंद्राकर ने 2022  सीजीपीएससी मेंस का पर्चा सॉल्वर को दिया। यही 2 मुख्य आरोपीऔर दलाल थे जिन्होंने सीजीपीएससी के अधिकारियों से पर्चा लिया और बदले में पैसा ऊपर तक पहुंचाया। सक्सेस एकेडमी का धर्मेंद्र साहू और परितोष जायसवाल सॉल्वर था। यह महासमुंद के रिजॉर्ट में प्रतिभागियों से पर्चा सॉल्व करवाता और उनकी पूरी तैयारी करवाता था। वही राहुल ने प्रतिभागियों के लिए सारी व्यवस्थाएं की। परीक्षार्थियों को हॉटल से परीक्षा केंद्र ले जाना और वापिस लाना महासमुंद में रिसॉर्ट की व्यवस्था करना सब इसी के जिम्मे था। प्रतिभागियों को परीक्षा के समय रायपुर के एक निजी हॉटल में ठहराया गया था यही से उन्हें परीक्षा केंद्र लाया जाता था। परीक्षा होने तक उन्हें इसी होटल में रखा गया था।

 

पद वार रिश्वत का रेट फिक्स था
डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए लिए गए थे 1 करोड़।तहसीलदार से लेकर डीसीपी और डिप्टी कलेक्टर बनने का भी रेट  अलग अलग था।डिप्टी कलेक्टर बनने 1 करोड़,इस जानकारी के आधार पर जल्द कुछ और  गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

भ्रष्टाचारियों ने सब कुछ लूट लिया- चौधरी 
पूर्व आईएएस और वित्त मंत्री  ओपी चौधरी ने भी एक ट्विट कर कहा कि किसी मां-बाप ने खेत बेचकर फीस भरी थी,किसी ने सपनों में अफसर बनकर घर संवारा थाज्लेकिन दलालों और भ्रष्टाचारियों ने सब कुछ लूट लिया। जांच में हर दिन माफियाराज के नए चेहरे बेनकाब हो रहे हैं। हमारा संकल्प है-हर दोषी को सजा दिलाना और हर युवा को न्याय दिलाना।

कांग्रेस के शासन काल में करप्शन टूरिज्म
इस मामले में उपमुख्यमंत्री गृह  विजय शर्मा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि, कांग्रेस के शासन काल में करप्शन टूरिज्म हुआ है। उन्होंने कांग्रेसियों से पूछा  कि क्या अपनी सरकार के मुखिया से पूछेंगे कि हो क्या रहा था ? हैरानी है कि रिसोर्ट में बैठाकर सीजीपीएससी का पेपर सॉल्व कराया जा रहा था। ऐसे युवा सिस्टम में घुसकर पूरे विभाग को बर्बाद करते हैं। छत्तीसगढ़ के होनहार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया था। कांग्रेस के शासन काल में करप्शन टूरिज्म हुआ है।


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