रायपुर

खरोरा में डकैती, पिस्टल- तलवार से लैस गिरोह शामिल
28-Mar-2025 2:28 PM
खरोरा में डकैती, पिस्टल- तलवार से लैस गिरोह शामिल

 नगदी, और जेवर ले गए कीमत 6 लाख 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 मार्च।
राजधानी से 40. किमी दूर खरोरा में बीती रात  6 लाख की डकैती हो गई। 6-7 नकाबपोशों ने परिवार रो बंधक बनाकर वारदात की। रायपुर से भेजे गए क्राइम ब्रांच की टीम पड़ताल कर रही । प्रारंभिक जांच में पुलिस  पूरी वारदात में संदेह भी कर रही है। 

यह डकैती बीती रात करीब 2.30-3 बजे खरोरा थाने के केराडीह गांव में हुई। उस वक्त 5-6 नकाबपोश डकैत राधेलाल भारद्वाज के एक घर में घुसे। सभी पिस्टल, तलवार से लैस थे।
इन लोगों ने पहले सो रहे परिवार को उठाया। फिर उनसे हथियारों से हमले का डर दिखाकर मारपीट की और फिर सभी को कमरे में बंधक बनाया । इसके बाद घर में रखे 6 लाख रूपए लेकर भाग निकले। पूरी वारदात करीब पौन से एक घंटे के भीतर कर गई। पीडि़त परिवार सुबह होने के बाद करीब 10 बजे खरोरा थाने पहुंच कर रिपोर्ट कराई।दहशतजदा  परिवार के देर से पहुंचने की वजह से पुलिस को घटना में कुछ संदेह हो रहा है। हालांकि वह डकैती के ही एंगल से जांच कर रहा है। अपनी मदद के लिए पुलिस ने डॉग स्क्वाड भी बुला लिया है जो घटनास्थल और आसपास ही मंडराता रहा। घटनास्थल पर सीसीटीवी न होने से भी जांच में कोई क्लू नहीं मिल पा रहा है। सभी डकैतों  के चेहरे पर नकाब होने और रात अंधेरा होने के कारण परिवार ने किसी का भी चेहरा नहीं देखा। उनकी संख्या 6-7 बता रहे हैैं?। खरोरा थाना प्रभारी के अवकाश पर होने से मामले की जांच के लिए रायपुर से क्राइम ब्रांच के अफसर भेजे गए हैं। पुलिस इलाके के पुराने चोर, नकबजनों और ऐसी ही पुरानी वारदात में शामिल रहे अपराधियों  की भी तलाश कर रही है। दोपहर तक पुलिस को कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है । बता दें कि हाल के खरीफ सीजन में धान बेचने से इन दिनों किसानों के यहां लाखों रूपए हैं। और अधिकांश ने यह रकम बैंकों में जमा न कर घरों में ही रखा है। और इसकी भनक पर गांव के असामाजिक तत्व पुराने अपराधी ऐसी चोरी जैसी वारदात करने से नहीं चूक रहे।

आउटर में पुलिस की गश्त नहीं 
राजधानी में एक बार फिर पुलिस गश्त नजर नहीं आ रही है। इससे आउटर की दर्जनभर से अधिक बड़ी कालोनियां में असुरक्षित है। पुलिस पेट्रोलिंग की इसी ढिलाई के चलते डकैत, लुटेरे और बाहरी चोर गिरोह लगातार ऐसे कालोनियों को निशाना बनाते आ रहे हैं। बीच राजधानी से लेकर आउटर में चोरी की घटनाओं में इन दिनों तेजी आई है। जनवरी फरवरी में ही इधर दलदलसिवनी, और उधर एमएमआई अस्पताल के पास की कॉलोनियों में चोरों के दीवार फादने के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए थे। पूर्व का ट्रेंड रहा है कि गर्मी के दिनों में ही सेंधमारी, चोरी, लूट और डकैती की घटनाएं बढ़ती है।  इससे पहले भी सेजबहार, डूमरतराई, फुंडहर, एक्सप्रेस वे के किनारे बसे कालोनियों में कई वारदात हो चुकी है।

 

सेम पैटर्न पर माना में पिछले वर्ष मार्च में ही हुई थी डकैती
करीब दो साल पहले टिकरापारा थाना क्षेत्र की सांईवाटिका कॉलोनी में डकैती हुई थी।उसी पैटर्न पर पिछले वर्ष मार्च में (16मार्च) ही माना में पोद्दार स्कूल के पास कृषि विभाग में सहायक ग्रेड-3 के रूप में पदस्थ प्रख्यात चंद्राकर के घर भी डकैती की गई थी। उसके आरोपी अब तक पकड़े नहीं गए हैं। प्रख्यात अपने परिवार के साथ रहते हैं। रात करीब 2.30 बजे तीन-चार लोग उनके घर की दीवार फांद कर भीतर घुस गए। जाली वाले दरवाजे को एक हिस्से से काटकर भीतर की सिटकनी को खोल ली। फिर दूसरे दरवाजे के किनारे से तार डालकर उसकी सिटकनी को खोलकर मकान में घुस गए। पहले प्रख्यात के कमरे में गए। उस कमरे में कोई अलमारी नजर नहीं आई, तो डकैत बाहर निकल गए। बगल के कमरे में प्रख्यात की मां उमादेवी चंद्राकर (58) सो रही थीं। उस कमरे अलमारी थी। उसे खोलने लगे, तो उसकी आवाज से उमादेवी की नींद खुल गई। आरोपियों ने उसे अपने कब्जे में ले लिया। तकिए से उनका मुंह दबा दिया। इसके बाद आलमारी का लॉकर खोलकर उसमें रखे 40 हजार कैश और लाखों के सोने-चांदी के गहने निकाल लिए। इस बीच डकैतों ने बुजुर्ग महिला पर हमला भी किया शोर सुनकर प्रख्यात अपने कमरे से निकले तब तक सभी अलग-अलग दिशा में भाग निकले।


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