रायपुर

छत्तीसगढ़ ओलंपिक में खिलाडिय़ों से घोषणा पत्र भरवा कर भूपेश सरकार ने कर दी अमानवीयता की हद पार-ओपी चौधरी
21-Oct-2022 6:56 PM
छत्तीसगढ़ ओलंपिक में खिलाडिय़ों से घोषणा पत्र भरवा कर भूपेश सरकार ने कर दी अमानवीयता की हद पार-ओपी चौधरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 21 अक्टूबर। प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री युवा खिलाडिय़ों की जान से खिलवाड़ करते हुए गलत तरीके से राजनीति करने का दुष्प्रयास कर रहे हैं, जिसका दुष्परिणाम खिलाडिय़ों की मौत के रूप में सामने आ रहा है। सरकार की लापरवाही और संवेदनहीनता के कारण अब तक दो खिलाडिय़ों की मौत हो गई, सरकार की नजर में अपनी मौत के जिम्मेदार ये खिलाड़ी स्वयं है, क्योंकि सरकार जो खेल करवा रही है, उनमें भाग लेने वाले खिलाडिय़ों से इस सहमति के लिए घोषणापत्र भरवाया जा रहा है कि यदि कोई घटना दुर्घटना होती है तो वह स्वयं जिम्मेदार होंगे।

प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि बिना किसी सुविधा और बिना सुरक्षा साधनों के कराए जा रहे खेलों के दौरान सरकार का अमानवीय व्यवहार सामने आ चुका है।

घरघोड़ा में युवा खिलाड़ी ठण्डाराम मालावार की जिंदगी का खेल कबड्डी खेलते  खेलते इसलिए खत्म हो गया क्योंकि गंभीर हालत में उन्हें घरघोड़ा से रायगढ़ ले जाने में एम्बुलेंस को साढ़े चार घंटे का समय लगा।

आदिवासीद्भ बहन शांति मंडावी जब खेल के दौरान कोंडागांव में घायल हुए तो उसे रायपुर रेफर कर दिया गया लेकिन एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई। जब व्यवस्था हुई भी तो उसके पति से डीजल के नाम पर 6 हजार रुपये वसूले गए। आदिवासी बहन भी संवेदनहीन भूपेश बघेल सरकार की राजनीति की भेंट चढ़ गई।

भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अपनी लापरवाही, अव्यवस्था और अंधेरगर्दी के लिए हताहत होने वाले युवाओं को ही जिम्मेदार  मानकर संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दी है। सरकार अब स्वास्थ्य सेवाएं देने, लोगों की जानमाल की रक्षा करने से भी पीछे हट रही है। सरकार की गलतियों के कारण अपनी जान गंवाने वाले युवा खिलाडिय़ों की जिंदगी की कीमत इस सरकार ने सिर्फ 4 लाख रुपये तय की है। इससे अधिक बड़ी विडंबना छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढियों के लिए और क्या हो सकती है कि हमारे युवाओं की जिंदगी दांव पर लगाने वाली सरकार के मुखिया छत्तीसगढ़ प्रदेश के बाहर राजनीतिक कारणों से 50  -50 लाख का मुआवजा बांट आते हैं। उनके लिए यह बहुत आवश्यक होता है लेकिन जब छत्तीसगढ़ के युवा खिलाड़ी उनकी ही राजनीति के शिकार हो रहे हैं, तब इन खिलाडिय़ों की मौत पर महज 4 लाख की सहायता राशि दी जा रही है। यह घोर निंदनीय है।--

छत्तीसगढ़ी खेलों, कला परंपरा से इतनी कटूता क्यों

कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि, जिस दिन से छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक शुरू हुआ है, उस दिन से भाजपा के नेता इस आयोजन के खिलाफ केवल दुष्प्रचार कर रहे है। दुर्भावना फैलाकर और गुमराह करके केवल राजनीति कर रहे है। पता नहीं भाजपा नेताओं को छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, परंपरा, तीज-त्योहार यहां के बोली-भाखा, रहन-सहन, खान-पान और खेल-कूद से इतनी नफरत क्यों है? उनके मन में इतना कटूता क्यों है? भाजपा के नेताओं को पूरा प्रदेश देख रहा है।


अन्य पोस्ट