रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर/महासमुंद,14 अक्टूबर। ईडी को भनक न लगे इसलिए कार में छिपाकर रखे 6 करोड़ रुपए भी अफ सरों ने बरामद किए हैं। मालूम हो कि महासमुंद में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ईडी की छापामार कार्रवाई हुई। ईडी के अधिकारियों ने राम रहीम नगर रायपुर में अचानक सुफियान के घर के बाहर दबिश दी और सीधेतौर पर कार की तलाशी ली, जिसमें से छह करोड़ रुपए नगद बरामद हुए। बरामद रुपए महासमुंद निवासी जसमीत मक्कड़ का होना पाया गया है। कहा जा रहा है कि ईडी को भनक न लगे इसलिए कार में कैश छिपाकर ले जा रहा था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ईडी छापे की खबर कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी व उनके करीबियों को पहले ही हो गई थी। लिहाजा नगद व दस्तावेजों को ठिकाने लगाने की कसरत सोमवार-मंगलवार की मध्य रात से मंगलवार सुबह तक कर ली गई थी। वहीं जिनके घर पर छापामार कार्रवाई हुई, उनमें से कुछ लोग पहले ही घर से बाहर हो गए थे। मंगलवार सुबह पांच बजे ईडी के अधिकारी उनके घर पहुंचे, दस्तावेजों को खंगाला, स्वजनों से पूछताछ की, चिन्हाकित लोगों को उनके स्वजनों से फोन कराया और घर बुलाया। जानकारी मिली है कि ट्रांसपोर्टर व युकां के नवनिर्वाचित जिलाअध्यक्ष जसमीत सिंघ मक्कड़ सोम-मंगल की मध्य रात रायपुर गए और वापस लौटे। उन्होंने अपने मित्र सुफियान के कार में नगद रखवाया। जानकारी मिली है कि कार में नगद छह करोड़ रुपये थे। मित्र की कार में नगदी रखवाने के बाद भी रुपए का मोह नहीं छूटा, रुपए इधर उधर न हो, इसका भय बना रहा। लिहाजा जसमीत मक्कड़ कार के आसपास ही खड़े रहे। सुबह 10 बजे तक उनका मोबाइल भी चालू रहा और लोगों से बातचीत होती रही।
इसके बाद मुखबिर की सूचना पर ईडी के अधिकारियों ने राम रहीम नगर रायपुर में अचानक सुफियान के घर के बाहर दबिश दी और सीधेतौर पर कार की तलाशी ली। जिसमें से छह करोड़ रुपए नगद बरामद हुए। बताया जाता है कि नगद की गिनती के लिए एसबीआई से कैश काउंटिंग मशीन मंगाई गई। यह रकम जब्त की गई। सूत्रों से मिली इस जानकारी की पुष्टी के लिए ईडीए एसबीआई के अधिकारियों से जानकारी लेने अधिकतम प्रयास किया गया, किन्तु अधिकारी कुछ भी बताने से बचते रहे। जसमीत सिंघ मक्कड़, सुफियान से जानकारी लेने का प्रयास किया गया। किन्तु जसमीत ने काल रिसीव नहीं किया और सुफियान का मोबाइल बंद बताता रहा।
फेक न्यूज पर ध्यान न दें-मौर्य
ईडी की जांच के घेरे में आए डायरेक्टर माइनिंग जयप्रकाश मौर्य ने खुद, और पत्नी रानू साहू को कुछ न्यूज पोर्टल की खबर पर आपत्ति की है। उन्होंने बकायदा सोशल मीडिया में एक बयान जारी किया, और कहा कि उन्हें व पत्नी को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। जयप्रकाश मौर्य ने राजनांदगांव के मीडिया समूह कि वॉटसअप ग्रुप में मैसेज किया है कि कुछ न्यूज पोर्टल गलत नीयत से मुझे और मेरी पत्नी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे फर्जी और शरारती खबरें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा अनुरोध है कि कृपया केवल तथ्यात्मक समाचार प्रसारित करें। मैं अपने सरकारी आवास पर शांतिपूर्वक रह रहा हूं। कल मैं ऑफिस ज्वाइन कर रहा हूं। कृपया फेक न्यूज पर ध्यान न दें। कृपया इस खबर को प्रसारित करें।
सुबह 6 बजे से रायगढ़ में नहीं है कलेक्टर
हमारे रायगढ़ प्रतिनिधि के अनुसार कल जब कलेक्टर रानू साहू अपने कार्यालय 12 बजे पहुंची तब देर शाम साढ़े 6 बजे तक अपने चेंबर में ही रही और कुछ अधिकारियों से चर्चा करके काम काज भी निपटाये उसके बाद मीडिया से छुपते-छुपाते वे वापस निकल गई। बताया यह जाता है कि उनका सरकारी बंगला सील होनें के चलते रानू साहू दो दिन से कलेक्टर बंगले की बजाये सर्किट हाउस रूकी हुई है जहां आज सुबह 6 बजे के बाद से फिर से सरकारी काम काज के नाम से निकल गई है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक कलेक्टर मुख्यालय नहीं लौटी थी। एक अन्य जानकारी के अनुसार ईडी की यह टीम बीते 24 घंटे से खनिज विभाग में दस्तावेजों को खंगाल रही है और वहां कुछ महत्वपूर्ण फाईल भी उनके हाथ लग चुकी है।
रात 3 बजे छोड़ा गया आरक्षक अमित दुबे
इधर ईडी ने पूछताछ के बाद दुर्ग पुलिस के आरक्षक अमित दुबे को रात 2 बजे छोड़ दिया गया। शांतिनगर वार्ड-14 निवासी आरक्षक अमित दुबे के घर बीती शाम पड़ताल के बाद पूछताछ के लिए रायपुर लाया था। सूत्र बताते है कि अमित के घर से और पूछताछ में ईडी को हासिल दस्तावेज या पूछताछ के दौरान किसी तरह के क्लू या पुष्टि को लेकर दावे, प्रतिदावे किए जा रहे हैं। अमित से 2 से 3 घंटे तक दस्तावेजों के बारे में पूछताछ की। अंत में रात 2 बजे उसे छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों हुई छापेमारी में अमित एक अधिकारी के घर से कुछ फाइलें लेकर भागा था। यह पूछताछ उसी सिलसिले में की गई।
इधर रायपुर में आईएएस समीर विश्नोई, कारोबारी सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी से ईडी की टीम आज दिन भर पुजारी पार्क स्थित कार्यालय में पूछताछ की। इस पूछताछ में केवल अधिकारी मौजूद थे। रविवार की पूछताछ में उनके वकील मौजूद रह सकते हैं।