रायपुर

राजधानी के कोतवाली समेत 15 थानों के फोन अस्तित्व में नहीं
14-Sep-2022 3:10 PM
राजधानी के कोतवाली समेत 15 थानों के फोन अस्तित्व में नहीं

11 चौकियों में लैंड लाइन फोन नहीं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 सितंबर।
रायपुर शहर और ग्रामीण के कुल 28 थाने हैं और इनमें से 15 थानों के लैंडलाइन फोन नॉट एग्जिस्ट (सेवा में नहीं) है जबकि तीन थानों में तो लैंड लाइन फोन की सुविधा नहीं। इनमें राजधानी के हृदय स्थल कहे जाने वाले कोतवाली के साथ मंत्रालय संचालनालय से लगे राखी थाना भी शामिल है।

रायपुर कंट्रोल रूम से मिली थानों के साथ एसएसपी, एएसपी, सीएसपी के दफ्तरों की फोन सूची के अनुसार खंगाला गया तो यह स्थिति उभरी। राजधानी की कानून व्यवस्था कुल 28 थानों और 11 चौकियों से नियंत्रित होती है। इन 11 चौकियों, जिनमें जिला न्यायालय चौकी भी शामिल है, लैंड लाइन फोन ही नहीं है। इन सभी थानों और कुछ चौकियों में वर्षों से एक निजी कंपनी ने कनेक्शन संचालित है। इसी कंपनी के मोबाइल के ग्रुप कनेक्शन भी सभी अफसरों, थानेदारों और एसआई को दिए गए हैं। मोबाइल फोन तो निर्बाध चल रहे हैं लेकिन लैंड लाइन डिब्बे की तरह पड़े हैं। एक थाना प्रभारी ने कहा कि महीनों से कंपनी में कंपलेंट किया जा रहा है, लेकिन बनाने या कनेक्शन करने कोई टेक्नीशियन नहीं आता। इस फोन लिस्ट में से सभी 28 थानों के लैंड लाइन नंबर पर कॉल किए गए तो 14 थानों के फोन से एक ही स्वचालित जवाब मिली-दिस कनेक्शन इज डिबार या अस्थायी रूप से सेवा में नहीं है। इनमें कोतवाली, उरला, पुरानी बस्ती, गुढिय़ारी, डीडीयू नगर, देवेन्द्र नगर, राखी, मंदिर हसौद, आरंग, अभनपुर, धरसींवा, तिल्दा नेवरा, खरोरा, गोबरा नवापारा शामिल है।

आरंग कॉल करने पर अमान्य का जवाब मिला तो खरोरा लगाने पर आरंग से बोल रहा हूं कहा गया। इधर करीब नगर, मुजगहन, खम्हारडीह में तो लैंड लाइन ही नहीं है। लैंड लाइन विहीन चौकियों में रामनगर, सिलयारी, ताजनगर, राजातालाब, बस स्टैंड, बंजारी, मेकाहारा, चंपारण, सिलतरा और जिला न्यायालय शामिल है। किसी भी तरह के अपराध, शिकायत, सूचना देनी हो तो इन थानों चौकियों के प्रभारियों, एएसपी, सीएसपी के मोबाइल पर कॉल करना होगा। और इनके नंबर आम आदमी की पहुंच से दूर है।


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