रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 सितंबर। मानसून द्रोणिका एक बार फिर छत्तीसगढ़ सरककर दक्षिण पूर्व मध्यप्रदेश में चली गई है। छत्तीसगढ़ इससे काफी पीछे का इलाका है। इस वजह से अगले 24 घंटे के दौरान दुर्ग-रायपुर संभाग में भारी बारिश जैसी स्थिति नहीं रहेगी। हालांकि दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर में भारी बारिश हो सकती है। लेकिन मध्य और उत्तर छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम ही होगी।
वेदर बुलेटिन के मुताबिक एक चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र पश्चिम- मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी-उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश-दक्षिण तटीय उड़ीसा के ऊपर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रवात चक्रवाती घेरा 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। यह प्रबल होकर अगले 24 घंटे में यह अवदाब के रूप में उत्तर-पश्चिम-बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी-दक्षिण तटीय उड़ीसा-उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर बनने की संभावना है।
प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने तथा भारी वर्षा होने की संभावना है। भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: दक्षिण छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है ।
धान की बालियां गिरने का खतरा
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश के बजाए अंचल में तेज हवा चल रही है। जो 20 से 30 किमी की रफ्तार में है। इससे खेतों में खड़ी धान की बालियां गिरने का खतरा बढ़ गया है।