रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 सितंबर। राज्य कर्मचारियों-अधिकारियों की बेमुद्दत हड़ताल खत्म कराने में शासन- प्रशासन सफल तो हो गई लेकिन इसने कर्मचारियों में बड़ी नाराजगी पैदा कर दी है। पूरे प्रदेश में फेडरेशन के नेतृत्वकर्ता कोर कमेटी के नेताओं के खिलाफ आरोपों का सिलसिला तेज हो गया है। फेडरेशन में शामिल अधिकांश संगठनों में हड़ताल वापसी के तौर तरीके से आक्रोश है। उनका कहना है कि सीएम भूपेश बघेल की चेतावनी,धमकी से भयभीत नेतृत्व ने यह फैसला किया है। उनका यह भी कहना है कि दोनों मांगों के आदेश लेकर, हड़ताल खत्म करने की दावे करने वाले नेताओं का पुरूषार्थ कहां गया। हड़ताल का ऐसे हस्ल का भान होने के कारण ही न्यायिक अधिकारी कर्मचारी संघ ने पहले फेडरेशन में शामिल नहीं हो रहा था, किंतु कुछ अच्छी छवि के नेताओं के आग्रह पर हड़ताल में जाना पड़ा। कुछ ऐसा ही नाराजगी शिक्षकों के तीनों-चारों संगठन भी व्यक्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि सीएम और मंत्री द्वारा दिए गए आश्वासनों को भी लिखित रूप में लेकर हड़ताल खत्म करना था। ऐसा न होने से सरकार पिुर मुकर सकती है। और फिर से हड़ताल की नौबत आएगी। फेडरेशन के एक अहम संगठन के नेता का कहना था कि दूसरे ही दिन से केवल अपने नेतृत्व को साबित करने के लिए की जा रही है। न की मांगे मनवाने। इनका कहना था कि हड़ताल वापसी का फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है। बरहाल फेडरेशन के नेताओं के फैसले को खारिज कर कुछ संगठन पिुर से हड़ताल की तैयाीर कर रहे हैं। इसके लिए कल रविवार को राजधानी के कलेक्टोरेट गार्डन में बैठक बुलाई गयी है। इससे हड़ताल समाप्ति के मुद्दे पर विरोध के साथ आगे की योजना तय की जाएगी। यह बैठक शिक्षक एलबी संवर्ग के प्रदेशाध्यक्ष ने बुलायी है।
सीएम के भरोसे पर खत्म की गई
फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा, प्रांतीय प्रवक्ता चंद्रशेखर तिवारी ने एक बयान में कहा है कि फेडरेशन की मांगों पर सीएम बघेल से मिले आश्वासन पर हड़ताल खत्म की गई है।फेडरेशन ने प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री के प्रति कर्मचारियो के हित मे निर्णय लेने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया है। फेडरेशन ने आंदोलन के दौरान आम जनता को हुई परेशानियों के लिए खेद व्यक्त किया गया साथ ही फेडरेशन ने प्रदेश के कर्मचारियो एवं अधिकारियों को शीघ्र लंबित प्रकरणों का निराकरण करने अपील की गई।
हड़ताल क्यों किया उन्हीं से पूछिए
दो नए जिलों के उद्घाटन के लिए रवाना होने से पहले पुलिस लाइन हेलीपेड पर सीएम बघेल ने हड़ताल की वापसी को लेकर कहा कि सबसे पहले कर्मचारियों से यह सवाल पूछना चाहिए कि उन्होंने हड़ताल क्यों कि मैंने अपील की थी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कहा था हड़ताल जारी रखें हम साथ हैं। शायद वो रास नहीं आया। वो तो वही बताएंगे इसलिए ये सवाल कर्मचारी संगठनों से पूछा जाना चाहिए। यह पूछने पर कि हड़ताल स्थगित की गई है खत्म नहीं। सीएम ने कहा काम में लौट गए हैं ना, हड़ताल तो कभी भी की जा सकती है। करते भी हैं लोग।
कर्मचारी यह भी बता रहे
नाराज कर्मचारी नेताओं ने बताया कि मध्यस्थता कराने वाले मंत्री का रिकार्ड रहा है कि वे हड़ताल खत्म करने का वादा तो करते हैं। लेकिन उन्हें पूरा करने का कोई पहल नहीं करते। उनके विभाग के कर्मचारी-अधिकारियों की मांगों की स्थिति देख ली जाए।