रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 सितंबर। बनाओ-तोड़ो, फिर बनाओ-फिर तोड़ो की नीति पर चल रहा नगर निगम। राजधानीवासियों के टैक्स की फिजूल खर्च कर रहा। ऐसा ही एक निर्माण इन दिनों जेल मुख्यालय कामधेनु प्रतिमा स्थल से खालसा स्कूल तिराहे पर किया जा रहा है।
करीब सौ मीटर से अधिक की सडक़ के किनारे पेवर ब्लॉक लगाए जा रहे हैं। अभी कुछ माह पहले ही इस सडक़ के दोनों ओर पेवर ब्लॉक बिछाए गए थे। उस समय भी लाखों रूपए खर्च किए गए। अब फिर से लाखों का वर्क ऑर्डर दिया गया है। जोन-2 के अंतर्गत आने वाले इस इलाके पार्षद स्वयं जोन अध्यक्ष भी हैं। मौके पर काम कर रहे मजदूरों, और सुपरवाइजर ने बताया कि पुराने पेवर ब्लॉक का पार्थ-वे सडक़ से 10 इंच नीचे हो गया है। इसे सडक़ के लेवल पर बराबर करने फिर से पेवर ब्लॉक बिछाया जा रहा है।
इसकी लागत भी 10 लाख से ऊपर बताई गई, जोन अफसरों के मुताबिक इसका टेंडर और वर्क ऑर्डर निगम मुख्यालय से हुआ है। इसलिए वे आगे कुछ नहीं बताएंगे। यहां बता दें कि इसके नीचे धसने से किसी भी राहगीर को कोई दिक्कत या परेशानी नहीं हो रही, लेकिन फिर से बनाने के लिए लाखों के टेंडर का खेल है। ऐसे पार्थ-वे शहर के अमुमन हर सडक़ किनारे बनाए गए हैं। इसे बनाया, तो जाता है पैदल यात्रियों के लिए लेकिन कहीं भी राहगीरों के लिए यह खाली नहीं मिलता। हर जगह स्ट्रीट वेंडर का कब्जा रहता है, और उन्हीं के तंबू और ठेलों से यह उखड़ भी जाता है। और निगम फिर से बनाता है।