रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 अगस्त। बुधवार को घरों में गणपति स्थापना के बाद सभी हड़ताली कर्मचारी पूरे प्रदेश में अपने अपने धरना स्थल पहुंच प्रदर्शन में शामिल हुए। आज हड़ताल को दस दिन हो गए हैं। तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि जब भी प्रदेश के तृतीय चतुर्थ एवं राजपत्रित अधिकारियों ने आंदोलन किया लाभ बड़ों को ही मिला है, सरकार आंदोलन को तोडऩे के लिए कर्मचारियों को प्रलोभन दे रही है।
संघ के संरक्षक विजय कुमार झा, संयोजक कमल वर्मा,प्रांतीय अध्यक्ष अजय तिवारी, न्यायिक कर्मचारी संघ अध्यक्ष युद्धेश्वर सिंह ठाकुर ने बताया है कि राज्य सरकार के मुख्य सचिव से उनके कक्ष में चर्चा हो रही थी। तब सामान्य प्रशासन विभाग ने आंदोलन को तोडऩे के लिए यह आदेश जारी किया कि जो 25 जुलाई से 29 जुलाई तक हड़ताल किए थे तथा 22 अगस्त से भी हड़ताल में शामिल है, वे 2 सितंबर को अपने कार्य पर लौटेंगे तो उनका हड़ताल अवधि का अवकाश स्वीकृत कर वेतन दिया जाएगा। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश के कर्मचारियों को सरकार प्रलोभन देकर आंदोलन को तोडऩा चाहती है।
श्री झा ने दावा किया है कि प्रदेश के तृतीय वर्ग, चतुर्थ वर्ग, राजपत्रित अधिकारियों ने जब भी बड़ा आंदोलन किया उसका लाभ बड़े अधिकारियों ने तत्काल प्राप्त किया। 25 से 29 जुलाई तक आंदोलन कर्मचारियों ने किया और वेतन मुख्यमंत्री का 70 हजार, मंत्रियों का 60 हजार, एवं विधायकों का 50 हजार बढ़ा दिया गया। अब जब लाखों कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है, तब अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों का गृह भाड़ा भत्ते में वृद्धि कर दी गई। और हड़ताली कर्मचारियों के महंगाई भत्ता, गृह भाड़ा भत्ता पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। कर्मचारियों के आंदोलन को ऐसे ही अधिकारी लोग कुचलने की कोशिश कर रहे हैं, जो हमारे आंदोलन से स्वयं लाभ ले रहे हैं। प्रदेश के कर्मचारी मुख्य सचिव अमिताभ जैन से सकारात्मक चर्चा के बाद मुख्यमंत्री से चर्चा की प्रतीक्षा में हैं।
संघ के महामंत्री उमेश मुदलियार, जिला शाखा अध्यक्ष रामचंद्र ताण्डी धरना स्थल पर उपस्थित पंकज पांडे, विमल चंद कुंडू, राज कुमार शर्मा, दिलीप झा, पीतांबर पटेल, ऋतुराज परिहार, नीलिमा चंद्राकर, सीएल दुबेआदि नेताओं ने आंदोलन को तोडऩे की साजिश का आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री को बदनाम करने का आरोप लगाया है। फेडरेशन की बुधवार को दोपहर 2 बजे अध्यक्षों एवं संयोजकों की बैठक , गणेश चतुर्थी के कारण स्थगित करते हुए 1 सितंबर को बैठक बुलाई गई है।
धरना स्थल पर ही हुई तीज की पूजा
प्रदेश की लगभग 75 हजार महिला कर्मचारियों ने हरतालिका व्रत, पूजा धरना स्थल पर ही किया। उन्होंने संकल्प लिया था कि मायके में हो या ससुराल में-तीजा मनाएंगे हड़ताल में उसे सफलीभूत किया । छत्तीसगढ़ की बेटियों ने तीजा उपवास कर हरतालिका व्रत पूजन कथा श्रवण एवं आरती किया। यह पूजा पं विजय कुमार झा एवं पं संजय शर्मा ने कराई।