रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 24 नवंबर। धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती तथा संविधान दिवस 26 नवंबर के अवसर पर बुधवार को प्रात: 9 बजे से राजमहल प्रांगण, दशहरा मैदान धरमजयगढ़ में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
यह आयोजन न केवल महानायक बिरसा मुण्डा की संकल्पशक्ति को नमन करेगा बल्कि आदिवासी समाज की एकता, संस्कृति, जल, जंगल, जमीन की पहचान और परंपरागत रीति-रिवाजों को पुनस्र्मरण करने का भी माध्यम बनेगा। वहीं समारोह में अधिक से अधिक संख्या में सभी सगा समाज, समुदाय प्रमुख, ग्राम प्रतिनिधि तथा समाजजन से उपस्थिति दर्ज कराने की अपील की गई है, ताकि कार्यक्रम की गरिमा बढ़े और सामाजिक एकजुटता को नई ऊर्जा मिले।
सुबह राजमहल प्रांगण दशहरा मैदान से पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में एक भव्य रैली निकाली जाएगी। यह रैली बिरसा मुण्डा चौक में महानायक की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आगे बढ़ेगी और सिविल लाइन शहीद बीर नारायण चौक, राजीव गांधी चौक, बस स्टैंड होते हुए गांधी चौक से एसडीएम कार्यालय पहुँचेगी। और वहीं आगे राष्ट्रपति एवं राज्यपाल के नाम क्षेत्र की समस्याओं और संवैधानिक अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर ज्ञापन सौंपा जाएगा। तत्पश्चात रैली वापस दशहरा मैदान में आमसभा में परिवर्तित होगी।
वहीं दशहरा मैदान में आयोजित आमसभा में आदिवासी लोककला की विविध प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र रहेंगी। इसके बाद वर्ष 2024-25 की प्रवीण्य सूची में शामिल कक्षा 10वीं एवं 12वीं के छात्र-छात्राओं, अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं सभी लोककला प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा। वहीं कार्यक्रम में समस्त जनप्रतिनिधि, समाज प्रमुख एवं ग्राम प्रमुख कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। और वहीं कार्यक्रम को लेकर आदिवासी समाज प्रमुखों द्वारा गांव-गांव पहुंच कर आगामी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों को निमंत्रण पत्र भी देते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारी में जुटे हुए हैं।


