रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 19 अक्टूबर। क्षेत्र में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब सरकारी समितियां भी सुरक्षित नहीं रहीं। खरसिया विकासखंड के ग्राम बारभौना स्थित सहकारिता समिति (धान खरीदी उप केंद्र) जो बानी पाथर सहकारिता समिति का उप केंद्र है। वहाँ से दिनदहाड़े बरदाना चोरी की सनसनीखेज वारदात सामने आई है।
मिली जानकारी के अनुसार, समिति के प्रबंधक जनक राम पटेल के अधीन कार्यरत इस केंद्र में लगभग 56 गठान बरदाने रखे हुए थे। लेकिन करीब 2 से 3 दिन पहले, दोपहर के समय करीब 2 से 3 बजे के बीच, एक बड़ी गाड़ी में सवार होकर आए अज्ञात चोर मौके का फायदा उठाकर 36 गठान बरदाने को चोरी कर फरार हो गए।
मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब 17 अक्टूबर की रात को चोरों ने चोरी किए गए बरदानों में से 29 गठान को खरसिया के ग्राम छीरपानी के नाला किनारे फेंक दिया। संभवत: पुलिस कार्रवाई के डर या खरीदार द्वारा इंकार किए जाने के कारण चोरों ने माल को ठिकाने लगाने का फैसला लिया। सूचना मिलते ही खरसिया पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने मौके से 26 गठान साबुत बरामद किए, जबकि 3 गठान खुले हुए पाए गए। अब भी 7 गठान बरदाने का कोई सुराग नहीं मिल सका है।
पुलिस की जांच तेज, अज्ञात चोरों पर मामला दर्ज
घटना के बाद पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ धारा 380(2) (गृहभेदन कर चोरी) के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आसपास के फुटेज और स्थानीय मुखबिरों के आधार पर सुराग जुटाए जा रहे हैं।
फिलहाल पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है। देखना होगा कि इस बरदाना चोरी के पीछे कौन है कोई बाहरी गिरोह या भीतर का कोई ‘जानकार शातिर’


