रायगढ़
भू-अर्जन के विरुद्ध नूनदरहा के ग्रामीण पहुंचे कलेक्टोरेट, सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 अक्टूबर। तमनार क्षेत्र के ग्राम भालूमुड़ा बनाई कोल माइंस के लिए भूअर्जन की प्रक्रिया को रोके जाने की मांग को लेकर ग्राम नून दरहा से ग्रामीणों का एक जत्था आज कलेक्टोरेट पहुंचा और एक ज्ञापन सौंपा ।
लगभग दस साल पहले एनटीपीसी और जेएसडब्ल्यू के लिए तमनार के बनाई और भालूमुड़ा में कोल ब्लॉक स्थापित करने नूनदरहा में भू अर्जन की प्रक्रिया प्रारंभ की थी और जमीनों के खरीदी-बिक्री पर रोक लगा दिया गया था मगर अब तक वहां कोई खदान नहीं लग सका। ऐसे में अब प्रशासन द्वारा इस जमीन को जेपीएल को आवंटित किया जा रहा है। जिसका क्षेत्रीय ग्रामीणों ने किया है और सोमवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर नूनदरहा में लगाये गये भू अर्जन को निरस्त करने की मांग की है।
तमनार ब्लॉक अंतर्गत नूनदरहा ग्राम पंचायत से काफी संख्या में ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर के नाम डिप्टी कलेक्टर मरकाम को अपना ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि दस साल पहले बनाई कोल ब्लाक के लिए ग्राम पंचायत नूनदरहा के जमीन को भू-अर्जन में लगाया गया है, यहां पहले एनटीपीसी और जेएसडब्ल्यू कंपनी द्वारा भू-अर्जन लगाया गया था मगर अब इसे जिन्दल पावर लिमिटेड कंपनी को बनाई और भालूमुड़ा कोल ब्लाक ओपन कास्ट माइनिंग के लिये आबंटन कर दिया गया है। जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत नूनदरहा के ग्रामीण और किसान अपनी जमीन जेपीएल या फिर किसी भी गैर कंपनी को देना नहीं चाहते हैं। उनका कहना है कि पिछले दस सालों से प्रशासन ने यहां जमीन की खरीदी बिक्री पर भी रोक लगा दिया गया है। जिसके चलते लंबे समय से किसानों को कई प्रकार की समस्या हो रही है। ऐसे में ग्रामीणों की यही मांग है कि प्रशासन ने यहां भूअर्जन की कार्रवाई को निरस्त करे ताकि ग्रामीण अपनी जमीनों का सदुपयोग कर सकें।
ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम सभा में भी सर्व सम्मति से भूअर्जन की प्रक्रिया को निरस्त करने का प्रस्ताव पारित कर चुके हैं। ज्ञापन में उस प्रस्ताव की प्रतिलिपि भी प्रशासन को सौंपी गई है। और उसी आधार पर ही बनाई कोल ब्लाक से ग्राम पंचायत नूनदरहा की भूमि का भू-अर्जन यथा शीघ्र निरस्त करने मांग की गई है।


