रायगढ़

रायगढ़, 5 मई। मोदी सरकार द्वारा जाति जनगणना के लिये गए निर्णय को ऐतिहासिक निरूपित करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष अरूणधर दीवान ने कहा -1931 के दौरान ब्रिटिश सरकार ने जाति जनगणना करवाई थी । आजादी के बाद सात दशकों तक कांग्रेस का देश में शासन रहा। अपनी कुर्सी असुरक्षित पाकर तत्काल आपातकाल थोपने वाली कांग्रेस को सत्ता रहते जाति जनगणना की याद नहीं आई।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि सत्ता जाते ही कांग्रेस ने लोगों को विभाजित करने के उद्देश्य से जाति जनगणना की मांग उठाई। 2014 में सत्ता में आते ही मोदी सरकार द्वारा देश हित में बहुत से ऐसे फैसले लिए गए जिससे भारत विश्व शक्ति बनकर उबरा।
स्वर्गीय राजीव गांधी ने अल्पसंख्यकों खुश करने के लिए शाह बानो प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को पलटा और वही विवादास्पद बाबरी मस्जिद में मौजूद मंदिर के ताले दिखावे के लिए खोले कर राम मंदिर के मसले में ठोस निर्णय नहीं लिया जिससे देश में खून खराबे की स्थिति पैदा हो गई। वहीं मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही राम मंदिर को लेकर सभी पक्षों को सुनवाई का मौका दिया और सुखद माहौल में राममंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ।
कांग्रेस सात दशकों तक जो काम नहीं कर पाई, वह काम मोदी सरकार ने दस साल में कर दिखाया। स्वच्छ भारत मिशन - ग्रामीण के अंतर्गत सभी राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों में 11 करोड़ से अधिक शौचालय और 2.23 लाख सामुदायिक स्वच्छता परिसर बनाए गए हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीणके तहत मोदी सरकार ने 4 करोड़ गरीबों को मकान मालिक बनाया। दशकों तक गरीब रहने वाले ग्रामीण पहली बार मकान मालिक बने। देश के किसानों को खेती करने के लिए सालाना 6 हजार के हिसाब से किसानों के खातों में लगभग 4.50 लाख करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। जाति जनगणना का मोदी सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है कांग्रेस इसे अपनी मांग बताकर इसका झूठा श्रेय लेना चाहती है। जबकि अपनी सरकार रहते हुए जाति जनगणना के मामले में मौन रहने वाली कांग्रेस आखिर श्रेय क्यों लेना चाहती है।दस सालो में मोदी सरकार ने यह साबित कर दिया है कि देश वासियों का हित भाजपा बेहतर तरीके से कर सकती है।