रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 मार्च। रायगढ़ शहर के बोईरदादार निवासी राजू मिरी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में जांच अधिकारी पर पीडि़त परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए सवाल उठाए हैं। मृतक के चेहरे, पैर और कंधे पर गहरे जख्म पाए गए हैं, साथ ही पसली और कंधे पर भारी वाहन के टायर के निशान भी देखे गए हैं, जिससे परिजनों का दावा है कि यह एक दुर्घटना नहीं बल्कि सोची-समझी साजिश रच राजू की हत्या को अंजाम दिया है।मृतक राजू मिरी बोईरदादार की 2 मार्च को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
मृतक के बड़े भाई विजय मिरी ने पुलिस अधीक्षक को दिए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि बोईरदादार थाना चक्रधर नगर तह व जिला रायगढ़ निवासी राजू मिरि गुरु घासीदास मेडिकल कॉलेज चिकित्सा महाविद्यालय), रायगढ़ के पास फल दुकान कर जीविकोपार्जन करता था कि 2 मार्च रविवार को संजय कोसले, अनिल बरगति एवं एक अन्य शिवा यादव के द्वारा मेरे भाई राजू की दुकान के पास आकर उसे अपने साथ ले गये और लगभग रात्रि 8 से 9 बजे के भीतर जोएमजे अस्पताल व सूर्या विहार कॉलोनी के मध्य स्थित नाला के पुल पर राजू मिरी की मृत्यु होने की जानकारी मिली। उक्त लोगों द्वारा उसे अपने साथ ले जाकर रात ने 8 से 9 बजे राजू मिरी की मृत्यु होना पूर्णत: षड्यंत्र होना प्रतीत हो रहा है।
राजू मिरी के फल दुकान में 2 मार्च को आये उक्त लोगों व मृतक के शरीर पर स्थित चोटों का निशान सी सी.टी.व्ही फुटेज व फोटोग्राफ संलग्न किया गया है। जिसमे मृतक के शरीर की तस्वीर और वीडियो देखने पर मृतक के चेहरे और पांव पर गहरे जख्म हैं तथा दाहिने कंधे के पास किसी सख्त सामग्री से चोट लगने पर 5 से 6 इंच गहरा जख्म दिख रहे हैं और बॉडी के दाहिने पसली और कंधे की ओर से भारी वाहन के पहिए चढऩे से टायर के निशान दिख रहे हैं।
घटना दिनांक को मृतक राजू के मिरी के मो. नंबर, संजय कोसले, अनिल बरगति एवं एक अन्य शिवा यादव के मो नंबर का टॉवर लोकेशन लोकेशन और कॉल डिटेल निकलवाई जाए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि घटना दिनांक को राजू दुकान बंद करके कहां कहां गया था, उसके साथ कौन कौन थे और उसके मोबाईल पर किस किस का फोन आया था।
मृतक राजू के रिश्ते में सगा भांजा कीर्तन का एकताल गांव में रोड किनारे दुकान है। मृतक राजू के भांजा ने बताया कि घटना दिनांक को राजू मामा अपने अन्य साथियों के साथ चार पहिया वाहन में आए थे और दुकान से सामान खरीदे हैं। राजू को अपने साथ लेकर जाने वाले तीनों संदेहियों से कड़ी पूछताछ की जाए, जब घटना दिनांक को राजू चार पहिया वाहन में संदेहियों के साथ गया था तो फिर रात 8- 9 बजे ये सब मोटर साइकिल से कैसे आए।
परिजनों को पूर्ण आशंका है कि घटना दिनांक को मृतक राजू मीरी को अपने साथ लेकर जाने वाले संजय कोसले, अनिल बरगति एवं एक अन्य शिवा यादव के द्वारा षड्यंत्र पूर्वक साजिश रच राजू की हत्या को अंजाम दिया गया है।
पीडि़त परिजनों द्वारा 6 मार्च को थाना प्रभारी चक्रधर नगर और पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन दो हफ्ते बीत गए, मगर अभी तक न तो संदेहियों से पूछताछ हुई न ही किसी प्रकार की कार्रवाई की गई है, वहीं चक्रधर नगर थाना द्वारा मृतक का पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी अभी तक नहीं दिया गया है जबकि पीएम करने वाले मेडिकल कालेज के डॉक्टर द्वारा पुलिस को पीएम रिपोर्ट दे दिया जाना बताया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायत पर बयान देने के लिए आज आना, कल आना करके परिजनों को सीएसपी ऑफिस से सूचना मिलती है लेकिन कई बार जाने के बावजूद न तो हमारा बयान दर्ज हुआ न कार्रवाई आगे बढ़ी है, जिससे हम मृतक के परिजन बहुत दुखी और परेशान होकर न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं।
मृतक बड़े भाई विजय ने उक्त ज्ञापन में मृतक की तस्वीर और सीसीटीवी फुटेज संलग्न कर पुलिस अधीक्षक सहित उच्च अधिकारियों से पीडि़त परिवार करबद्ध निवेदन किया है कि उक्त मामले की गंभीरता से निष्पक्ष जांच कर हम पीडि़त परिजनों को न्याय दिलाया जाये।