रायगढ़

गूंजे हर-हर महादेव के जयकारे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 फरवरी। महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर रायगढ़ शहर के सभी शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, शिवालयों में श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के साथ ही मन्नतें मांगते देखते गए।
महाशिवरात्रि पर रायगढ़ जिले में भक्ति और श्रद्धा का माहौल बना रहा। शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती रही। जल, दूध, बेलपत्र और धतूरा अर्पित कर श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। पूरे शहर के शिवालयों में ‘’हर-हर महादेव’ और ‘बम-बम भोले’ के जयघोष गूंजते रहे । गौरी शंकर मंदिर, भरत कूप मंदिर, निकले महादेव मंदिर, सत्यनारायण बाबा धाम मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर सहित शहर के अन्य शिवालयों में विशेष पूजा-अर्चना की गई।
गौरी शंकर मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलीं, वहीं महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आए। भरत कूप शिव मंदिर और सत्यनारायण बाबा धाम मंदिर में भी शिव भक्तों की भीड़ लगी रही।
शहर के विभिन्न मंदिरों में भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया गया। कई स्थानों पर भंडारे का आयोजन भी किया गया। शिवरात्रि की इस भव्य रात में भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना और रात्रि जागरण कर उनकी कृपा प्राप्त करने में लीन रहे। उत्साह और श्रद्धा के इस माहौल में रायगढ़ शिवमय हो गया है।
महाशिवरात्रि हिंदुओं का एक धार्मिक पर्व है, पुराणों के अनुसार इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी, महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है, भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए महाशिवरात्रि को बहुत खास माना गया है। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर की मूर्ति या शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराकर लोटे से जल चढ़ाया जाता है।
कहा जाता है कि शिवरात्रि के दिन सुबह से लेकर पूरी रात तक दीपक जलाने से शिव और पार्वती की कृपा प्रप्त होती है। माना जाता है कि इस दिन पुजा - पाठ करने से दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है। साथ ही अविवाहितों को मनपसंद जीवनसाथी मिलता है। महाशिवरात्रि के पर्व पर श्रद्धालु व्रत भी रखते हैं, इस दिन शिवालय जाकर शिवलिंग पर गंगाजल और गाय का दूध अर्पित करने से कल्याण होता है। कई स्थानों पर इस दिन भगवान शिव पर ध्यान और शिव मंदिरों में पूरी रात जागरण भी किया जाता है।