रायगढ़

चार कदम चलते ही, छलके खुशी के आंसू
24-Feb-2025 7:23 PM
चार कदम चलते ही, छलके खुशी के आंसू

रोटरी क्लब ऑफ रायगढ़ रॉयल बना निशक्तों का सहारा, 104 को नि:शुल्क कृत्रिम पैर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 24 फरवरी। सामाजिक संस्था रोटरी क्लब ऑफ रायगढ़ रॉयल ने अग्रोहा भवन में 19 से 23 फरवरी तक पांच दिवसीय नि:शुल्क कृत्रिम पैर वितरण शिविर का भव्य आयोजन अध्यक्ष आशीष महमिया के विशेष मार्गदर्शन में किया। वहीं इस कार्यक्रम के अन्तर्गत पहले दिन दूरस्थ क्षेत्रों व अन्य राज्यों से आए निशक्तजनों के पैरों का नाप लिया गया। इसके पश्चात निर्माण कार्य किया गया और 104 लोगों को रोटरी क्लब ऑफ रायगढ़ रॉयल ने पूरी टेस्टिंग प्रक्रिया के पश्चात एक नयी जिंदगी दी, उन तमाम जरुरतमंद लोगों को जीने का सहारा देकर रॉयल रायगढ़ के सभी सदस्यों ने मानवता की मिसाल कायम की।

पांच दिवसीय इस कार्यक्रम का समापन बेहद खुशनुमा माहौल में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और कार्यक्रम अध्यक्ष अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल की विशेष उपस्थिति में हुआ। राष्ट्रगान के पश्चात अध्यक्ष आशीष महमिया, संदीप अग्रवाल ओमप्रकाश मोदी, राहुल अग्रवाल व सभी सदस्यों ने अतिथियों का आत्मीय स्वागत किया।

इसके पश्चात कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने कहा कि वास्तव में क्लब के सभी सदस्यगण पवित्र मन से समाज सेवा के कार्य में अग्रणी रहते हैं। इस नेक कार्य की जितनी सराहना की जाए कम है। इनकी पहल से समाज के जरुरतमंद लोगों को एक नयी जिंदगी मिली है। जिसकी खुशी को बयां नहीं किया जा सकता। अक्षय पात्र की तरह इनका यह सेवा कार्य अबाध गति से निरंतर जारी रहे। यही मेरी शुभकामनाएँ है।

 जिला पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने क्लब के सभी सदस्यों को मानवीय सेवा के इस उत्कृष्ट कार्य को नव्यता व भव्यता देने के लिए बधाई दी और कहा कि आपकी यूँ ही सेवा से समाज के लोगों का सदैव भला होता रहे। इसी तरह रोटरी के चेयरमेन सुशील रामदास ने भी सेवा कार्य में सभी सदस्यों की सराहना करते हुए बधाई दी। वहीं बिलासपुर रोटरी अध्यक्ष पवन नौटियाल ने कहा कि सेवा का ऐसा कार्य किसी अन्य प्रदेश व जिलों में मुझे आज तक देखने को मिला। समाजसेवा ऐसे ही होनी चाहिए ताकि लोगों को जीवन की खुशी मिले। इसी तरह मंचस्थ सभी अतिथियों ने अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त किया। उद्बोधन कार्यक्रम के पश्चात क्लब अध्यक्ष आशीष महमिया व सचिव अंकित अग्रवाल ने कलेक्टर कार्तिकेय गोयल व एसपी दिव्यांग पटेल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

अध्यक्ष आशीष महमिया ने कहा कि इस कार्यक्रम को वृहद रुप देने में कार्यक्रम के पथ प्रदर्शक रोटेरियन शरद सेठ चेयरमेन प्रोजेक्ट गिफ्ट ऑफ मोबिलिटी आरआई डिस्ट्रिक्ट 360 ,रोटरी क्लब बिलासपुर के अध्यक्ष पवन नालोटिया व कार्यक्रम अध्यक्ष रोटेरियन संदीप अग्रवाल, कार्यक्रम उपाध्यक्ष रोटेरियन अंकित कलानोरिया सचिव रोटेरियन अंकित अग्रवाल के साथ-साथ सभी सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जिनके सहयोग से सेवा का यह पांच दिवसीय महाकुंभ को भव्यता मिली। हमें भी ईश्वर की कृपा से सेवा करने का सौभाग्य मिला और जरुरतमंदों की सेवा सहयोग कर अत्यंत आत्मिक खुशी हम सभी सदस्यों को मिली है। इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही है कि 98 लोगों का चयन होने के बाद अंतिम दिन भी छह निशक्तजन जरुरतमंद लोग पहुंचे उनकी भावना की कद्र करते हुए हमने नाप लिया और उन्हें कोरियर के माध्यम से सहयोग किया जाएगा जिससे वे जरुरतमंद लोग भी अत्यंत खुश हुए हैं और उनकी खुशी ही हमारी खुशी है। इसी तरह कार्यक्रम अध्यक्ष संदीप अग्रवाल ने सभी सहयोगी सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि जितना संभव हुआ मानवीय सेवा के इस नेक कार्य में सभी की अग्रणी भूमिका रही और भविष्य में हम सभी मिलकर सेवा कार्य के निरंतर प्रयास करेंगे ताकि हमारे समाज के जरुरतमंद लोगों का भला हो।

समापन दिवस के अवसर पर जब कई वर्षों से विकलांग जिंदगी जी रहे लोग बिना किसी सहारे के खुद ब खुद चलते हुए कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और एसपी दिव्यांग पटेल से मिलने सीढ़ी चढक़र मंच पहुंचे तो उनकी आंखें खुशी से सजल हो गई और सभी उपस्थित निशक्तजनों ने क्लब के सभी सदस्यों को हृदय से दुआएं दीं। वहीं कलेक्टर कार्तिकेय गोयल व एसपी दिव्यांग पटेल ने भी उत्कृष्ट मानवता का परिचय देते हुए उनसे बड़ी आत्मीयता से मिले और उन्हें नई जिंदगी जीने की बधाई दी। जिससे करतल ध्वनि से सदन गुंजित हो गया।

हमारे लिए ईश्वर तुल्य हैं

शिविर में आए निशक्त मनीष सिंह ने कहा कि मैं तो कहूँगा एक ऊपर वाले ईश्वर हैं और दूसरे मेरे लिए क्लब के सभी सदस्यगण भगवान तुल्य हैं। जिनकी सेवा और नेक कार्य से मुझे आज एक नयी जिंदगी मिली है यह अहसान कभी नहीं भूलूंगा सभी को हृदय से धन्यवाद और बधाई। वहीं शहर के इंदिरा नगर निवासी शाइस्ता परवीन ने कहा कि मुझे बचपन से तकलीफ थी आज क्लब के सदस्यों की इनायत से एक नई जिंदगी मिली है। इसके लिए सभी को हृदय से धन्यवाद देती हूँ। इसी तरह उपस्थित सभी निशक्तजनों की आँखों में खुशी के असुवन छलक रहे थे तो वर्षों बाद खुद ब खुद चलकर मुस्कुरा रहे थे। खुशी का ऐसा हसीन मंजर देख उपस्थित हर किसी का मन और दिल बेहद निहाल हो गया और मानवीय सेवा का यह नेक कार्य हर किसी के लिए यादगार भी बन गया।


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