रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 19 सितंबर। मंगलवार को रायगढ़ नगर में कार्यशाला सम्पन्न हुई, उक्त कार्यशाला पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्या देवी होल्कर की 300वीं जन्मजयंती के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी, जिसमें समाज जीवन में कार्यरत प्रमुख बंधु भगिनियों एवं संगठनों को आमंत्रित किया गया था।
लोकमाता अहिल्या देवी होल्कर की 300 वीं जयंती को वर्ष भर मनाया जाना है, इसके अंतर्गत विद्यालय, महाविद्यालयों में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा एवं सर्व समाज के बीच लोकमाता अहिल्या देवी होल्कर के प्रेरणादायी जीवन का संदेश पहुंचाने हेतु संगोष्ठी सहित विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।
लोकमाता अहिल्या देवी इंदौर के होल्कर राजघराने की महारानी थीं। मध्यक्षेत्र से होने के बावजूद भी उन्होंने भारत वर्ष में अनेकों मठ मंदिरों, धर्मशालाओं, बावडिय़ों इत्यादि का निर्माण किया था, उदाहरण स्वरूप काशी विश्वनाथ, रामेश्वरम इत्यादि एवं तीर्थ यात्रियों के विश्राम हेतु कई धर्मशाला व पथ पर छाँव हेतु वृक्षारोपण भी करवाया था। उनके जीवन संदेश को जन जन तक पहुंचाने हेतु यह सब कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कार्यशाला के पश्चात बिलाईगढ़ सारंगढ़ व रायगढ़ जिले की समिति का गठन किया गया है। समिति ने समस्त जनों से आग्रह किया है की वे वर्ष भर चल रहे इस पुण्य के कार्य में सहभागी बनें, समिति ने बिलाईगढ़ सारंगढ़ से डॉ.गिरीश वैष्णव (अध्यक्ष), गायत्री डनसेना (सचिव), डॉ.अवधेश पाणिग्रही (संयोजक) व रायगढ़ से संजय टिबरेवाल (अध्यक्ष), अनुषा कातोरे (सचिव), विनोद अग्रवाल (संयोजक) नियुक्त किए हैं।
कार्यशाला में पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बंश गोपाल सिंह, विजय शंकर पटनायक, डॉ प्रकाश मिश्रा, डॉ एफ आर निराला सहित समिति के सभी वरिष्ठ अधिकारी, बंधु/भगिनी उपस्थित रहे। उक्त जानकारी समिति की प्रचार प्रमुख भारती स्वाइं के द्वारा प्रेषित की गई।