रायगढ़

साक्ष्य छिपाने शव जलाया, 4 गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 17 सितंबर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें जंगली सुअर के शिकार के लिये बिछाये गए बिजली करंट तार की चपेट में आने से एक की मौत हो जाने के बाद उसके चार साथियों ने उसकी लाश को पुलिस को बिना बताये ही जला दिया। अब वे पुलिस हिरासत में है। पांचों दोस्तों ने ही मिलकर ही हमेशा की तरह जंगली सुअर का शिकार करने के लिये खेतों के किनारे करंट प्रवाहित तार लगाये थे और उसमें एक दोस्त चिपककर मर गया था, लेकिन इन चारों दोस्तों ने मामला पुलिस को बिना बताये लाश को जंगल में ही नाले किनारे दाह संस्कार कर दिया। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने चारों दोस्तों को अलग-अलग धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
रायगढ़ जिले के कापू थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इंचपारा निवासी राजेन्द्र प्रसाद राठिया ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि 15 सितंबर की देर रात 2 बजे उसे पता चला कि 14 सितंबर की रात 8 बजे गांव के सियाम्बर राठिया, रामनारायण राठिया, चनेश बनसोड़, अल्ताफ राठिया ,करण यादव कुल पांच लोगों ने मिलकर सेट्रिंग छड़ बांधने वाले जेआई तार को श्रीराम राठिया के खेत तराईडोली में ले जाकर बिजली खम्भा से करंट लेकर जंगली सुअर के शिकार के लिये बाघडांड के पास संतोष राठिया के खेत में जंगल किनारे करंट प्रवाहित तार बिछाया था, जो श्रीराम राठिया के खेत मेड तक लगाया गया था। इसी बीच आम पेड़ के पास करंट प्रवाहित तार टूट गया था, जिसे जोड़ते समय सेट्रिंग बांधने वाले जेआई के करंट प्रवाहित तार में चिपकने से सियाम्बर राठिया की मौके पर ही मौत हो गई।
सियाम्बर राठिया की करंट की चपेट में आकर मौत हो जाने के बाद उसके साथियों रामनारायण राठिया, करण यादव, चनेश बसोड़, अल्ताफ राठिया ने पकड़े जाने के डर से साक्ष्य छुपाते हुए मृतक के शव को उसके परिवार के लोगों के साथ मिलकर कोरजा नाला के किनारे जंगल में आग लगा लगा दिया।
वन्यप्राणी के शिकार के लिये बिछाये गए करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आकर एक ग्रामीण की मौत हो जाने के बाद उसके साथियों के द्वारा शव को साक्ष्य छिपाने के इरादे से जलाने के मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 105, 238, 3(5) के तहत अपराध दर्ज कर मामले को जांच में ले लिया है।
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