रायगढ़

सभी नटवरलाल ठग नहीं...
10-Sep-2024 4:26 PM
सभी नटवरलाल ठग नहीं...

पीडि़त ने हाईकोर्ट से मांगा न्याय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 10 सितंबर। देश के विभिन्न हिस्सों में ठगी के मामले में पकड़े जाने वाले अपराधियों का नाम आने से पहले अखबार व टीवी सहित हेडलाइन की रूप में नटवरलाल का नाम सामने आ जाता है और यहां तक पुलिस भी ठग को नटवरलाल के नाम से बुलाती है। ऐसे में रायगढ़ के नटवरलाल नाम के एक व्यक्ति ने अपने नाम की पीड़ा से छुटकारा पाने के लिये हाईकोर्ट की शरण लेकर न्याय की गुहार लगाई है। हालांकि उनकी अपील पर अभी भी हाईकोर्ट ने कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन अपील स्वीकार कर ली गई है।

इस संबंध में हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने वाले नटवरलाल अग्रवाल का कहना है कि किसी भी ठगी के मामले में नटवर लाल नाम के दुरुपयोग को रोकने हेतु मेरे द्वारा  उच्च न्यायालय, बिलासपुर छत्तीसगढ़ में एक याचिका दायर की गई है। 4 सितंबर को उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ में धारा 19 (2) और धारा 21 तहत में तहत रायगढ़ निवासी नटवर लाल द्वारा एक याचिका दाखिल की गई है, जिसमें इस बात की मांग की गई है कि यदि नटवर लाल के नाम को किसी भी अन्य 420 या फ्रॉड करने वाले व्यक्ति के नाम के साथ जोड़ा जाता है उस पर रोक लगाई जाए। किसी भी व्यक्ति द्वारा चार सौ बीसी किए जाने पर नटवर लाल के नाम का अनिवार्य रूप से उल्लेख किया जाना गलत एवं पीड़ा दाई परंपरा है इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।

दायर याचिका में इस बात का जिक्र किया गया है कि सर्वप्रथम चिटिंग और फ्रॉड के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध मिथलेस श्रीवास्तव द्वारा चार सौ बीसी किए जाने पर उसे नटवर लाल के नाम से संबोधित किया गया बाद में किसी भी व्यक्ति द्वारा फ्रॉड या 420 करने पर आरोपी के नाम के साथ नटवर लाल का नाम जोडऩे की एक परंपरा सी बन गई। दायर याचिका में सभी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,प्रिंट मीडिया एवं सोशल मीडिया में नटवर लाल के नाम का दुरुपयोग बंद करने का आदेश देने हेतु उच्च न्यायालय से निवेदन किया गया है।

पचास साल पहले मेरे माता पिता ने भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े एक नाम नटवर के नाम पर मेरा नामकरण किया गया लेकिन मीडिया में इस नाम के गलत प्रस्तुति करण की वजह से दशकों बाद नटवर लाल के नाम  को ठग होने के संदेह से देखा जाने लगा है। इस तरह से दुरुपयोग की वजह से हमारी धार्मिक भावनाएँ भी आहत हो रही है।


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