रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 अगस्त। मथुरा-वृंदावन की तर्ज पर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के पांच दिनों तक मनाये जाने वाले जन्माष्टमी पर्व का 24 अगस्त की शाम से आगाज हो चुका है। यहां के जन्माष्टमी मेले में शामिल होने हर साल अलग-अलग जिलों के अलावा अलग-अलग राज्यों से लोग भारी संख्या में शामिल होते है और गौरीशंकर मंदिर के अलावा श्याम मंदिर में लगाई गई आकर्षक मनमोहन झांकियों का आनंद उठाते हैं। इस मेले को अब 72 साल पूरा हो चुका है। रात 12 बजे गौरीशंकर मंदिर में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। वहीं श्याम बगीची में लगाई गई जीवंत झांकियों को देखने भक्तों की अपार भीड उमड़ी।
गौरीशंकर मंदिर ट्रस्ट के सदस्य राजेश मोडा ने जानकारी देते हुए बताया कि सन् 1950 में गौरीशंकर मंदिर का निर्माण हुआ था और इसके दो साल बाद 1952 से रायगढ़ शहर में लगातार जन्माष्टमी पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इस मेले को अब 72 साल पूरा हो चुका है। गौरीशंकर मंदिर के ट्रस्ट के द्वारा हर साल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करने लिये नये-नये स्वचलित झांकियों का आयोजन किया जाता है। ठीक इसी तर्ज पर बीते 26 वर्षों से संजय काम्पलेक्स श्याम बगीची में भी श्री श्याम मंडल द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पांच दिनों तक मनभावन झांकियों के अंतर्गत मंदिर परिसर में तीन झांकियां लड्डू गोपाल, राधा - कृष्ण, बांके बिहारी की लगाई जा रही है।
इसी तरह विशाल वाटर प्रूफ बनाए गए पंडाल में भगवान गणेश, कान्हा दही बिलोवन, कालिया मर्दन, गीता उपदेश, सुदर्शन चक्र, श्री कृष्ण जन्म सहित अनेक मनभावन स्वचालित झांकियां लगाई गई है। श्याम बगीची परिसर में जन्माष्टमी झूले का शुभारंभ चौतन्य अग्निशिखा महाराज के हाथों हुआ।
सीसीटीवी कैमरे से हो रही निगरानी
श्याम मंडल के सदस्यों ने बताया कि श्याम बगीची परिसर 15 हजार स्क्वेयर फीट में भव्य वाटरप्रूफ पंडाल बनाया गया है। साथ ही साथ हर साल की तरह सुरक्षा की दृष्टि से पूरे परिसर को सीसीटीवी कैमरे से अपडेट किया गया है ताकि दर्शनार्थ करने आए श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। साथ ही असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके।
जगह-जगह भंडारे
रायगढ़ जिले में पांच दिनों तक चलने वाले ऐतिहासिक जन्माष्टमी मेले के दौरान पड़ोसी राज्यों के अलावा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये सामाजिक संस्थाओं के अलावा मंदिरों के सदस्यों द्वारा शहर में जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया है। ताकि यहां आने वाले लोगों को भगवान का प्रसाद मिल सके। पिछले दो दिनों से कापी निर्माता संघ, युवक संघ रामनिवास टाकीज चौक सहित कई संस्थानों द्वारा पूरे दिन भंडारा लगाकर श्रद्धालुओं के बीच नि:शुल्क पुड़ी सब्जी, दाल चावल तथा पोहा जलेबी आदि का लगातार वितरण किया जा रहा है।
मीना बाजार व सर्कस
रायगढ़ जिले में जन्माष्टमी की तैयारी एक महीने पहले से ही शुरू हो जाती है। मंदिर परिसर के आसपास जहां कई दुकान सज जाते हैं वहीं मीना बाजार मेले का प्रमुख आकर्षण का केन्द्र रहता है। इस बार मेले के अवसर पर रायगढ़ पहुंचने वालों को लुभाने के लिये शहर में दो जगह मीना बाजार लगाया गया वहीं एक जगह सर्कस भी लगाया गया है। जहां प्रतिदिन लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
सफेद वर्दी में पुलिस जवान रहेंगे तैनात
रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि आम जन की सुरक्षा की दृष्टि के अलावा पाकिटमारो पर नजर रखने के लिये मेला स्थल, मंदिर स्थल व मीना बाजार में सफेद वर्दी में पुलिस जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा गौरीशंकर मंदिर चौक के पास पुलिस सहायता केन्द्र बनाया गया है। साथ ही साथ सभी थाना प्रभारियों को अलग-अलग ड्यूटी दी गई है।
जगह-जगह दही हांडी
रायगढ़ के ऐतिहासिक जन्माष्टमी मेले के लिये कृष्ण जन्म के उत्सव में पूरा शहर दुल्हन की तरह सज गया है और शहर में श्रद्धालु भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। ऐसा लग रहा मानों पूरा शहर ही कृष्ण भक्ति के रंग में रंग गया है।
इस अवसर पर शहर के कई चौक चौराहों पर युवाओं की टोली के द्वारा दही हांडी का भी सोमवार की शाम आयोजन किया गया। इनमें कई वर्षो से चले आ रहे सुभाष चौक स्थित दही हांडी उत्सव के साथ-साथ चांदनी चौक, धोबीपारा, हंडी चौक, स्टेशन चौक, जूटमिल क्षेत्र, पुत्री शाल के पास आदि में भी दही हांडी का आयोजन किया गया है। जो मध्य रात्रि तक चलने की जानकारी मिली है। समाचार लिखे जाने तक शहर के सुभाष चौक में सुप्रसिद्ध दही हांडी का आयोजन प्रारंभ हो चुका था।