महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,16 नवंबर। देवउठनी एकादशी का पर्व सोमवार को क्षेत्र में धूमधाम व भक्तिभाव के साथ मनाया गया। सुबह से ही लोग त्योहार की तैयारियों में जुटे हुए थे और शाम होते ही घरों में तुलसी-शालिग्राम का विवाह हुआ।
हर घर के आंगन में गन्ने के मंडप को धान की बालियों से बनी खूबसूरत झालर और गेंदे के फूलों आदि से सजाया गया था। यहां रात को तुलसी-शालिग्राम का विवाह हुआ। इस बीत देर रात तक जमकर आतिशबाजी की गई। इस तरह अब तुलसी विवाह के साथ सभी शुभ कार्यों की शुरुआत भी हो गई है।
सोमवार सुबह से ही तुलसी विवाह की तैयारियां शुरू हो गई थी। घरों में पूजा स्थल की गोबर से महिलाओं ने लिपाई व साफ सफाई कर विवाह के लिए गन्ने का मंडप तैयार किया।
महिलाओं ने दिनभर उपवास रखा था। पर्व को लेकर बाजार में भी सुबह से रौनक रही। लोग मंडप के लिए गन्ना, पूजा पाठ में चढ़ाने वाले सामाग्री सहित अन्य सामानों की खरीददारी शाम तक की। शहर के गोलबाजार, मेन रोड सहित अन्य जगहों में कल पर्व के मद्देनजर भीड़-भाड़ रही।
कहा जाता है कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु निंद्रा से जागते हैं। लिहाजा देवउठनी एकादशी के साथ ही मांगलिक कार्यों की शुरूआत होती है।