महासमुन्द

जनदर्शन में समस्याओं से रूबरू हुए कलेक्टर
10-Nov-2021 6:42 PM
जनदर्शन में समस्याओं से रूबरू हुए कलेक्टर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 10 नवम्बर।
कलेक्टर जनदर्शन के साथ ही अब जिले के सभी तहसील, जनपद पंचायत, नगरीय निकाय के कार्यालयों में भी जनदर्शन शुरू कर दिया गया है। मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन में करीब 40 लोग अपनी समस्या लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे। कलेक्टर डोमन सिंह ने लोगों की समस्याएं व शिकायतें सुनी और उनसे आवेदन प्राप्त किए। जनदर्शन में उपस्थित संबंधित अधिकारियों को आवेदन का परीक्षण कर 15 दिवस के भीतर निराकरण करने का निर्देश भी दिया।

जनदर्शन में बागबाहरा तहसील से आवेदक गुनेश कुमार ध्रुव अपनी मां के साथ आए। उन्होंने कलेक्टर को आवेदन देते हुए कहा कि उनके पिता सहायक शिक्षक पंचायत के पद पर शासकीय प्राथमिक शाला दारगांव में पदस्थ थे। उनका निधन सेवाकाल में 12 नवंबर 2017 को हो गया था। उन्होंने 12 फरवरी 2018 को अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन किया थाए जो आज तक लंबित है। कलेक्टर ने मां-बेटे दोनों को पास की कुर्सी पर बिठाया और संबंधित शाखा के कर्मचारी को बुलाकर प्रकरण की वस्तुस्थिति पूछी।

उन्होंने तत्काल अनुकंपा नियुक्ति की बैठक करने के निर्देश दिए और दो कार्य दिवस के भीतर समुचित कार्यवाही कर प्रकरण का निवारण करने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने आए हुए आवेदकों से भी कहा कि अगर 15 दिवस के भीतर आवेदनों पर कार्रवाई की सूचना न मिलें तो वे आकर उन्हें बताएं।

ग्राम भलेसर निवासी किसान फुलसिंह ध्रुव ने समर्थन मूल्य की तीसरी किस्त की राशि नहीं मिलने की शिकायत की। ग्राम सोरिद निवासी वाणी प्रिया ध्रुव ने जनदर्शन में कलेक्टर को बताया कि गांव में जमीन संबंधी विवाद के चलते गांव वालों ने मार्च में पौनी पसारी बंद कर दी है।

मंगलवार को तहसील कार्यालय पहुंचे मुरकी के दो किसानों ने बताया कि वे साढ़े चार साल से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक भुइयां सॉफ्टवेयर में रिकॉर्ड दुरुस्त नहीं हो पाया है। किसान दशरूराम ने बताया कि जून 2017 से जमीन का नक्शा बंटाकन का अभिलेख ऑनलाइन कराने के लिए चक्कर काट रहे हैं, पर काम अब तक नहीं हुआ है। तहसीलदार के आदेश के बाद भी पटवारी ने नक्शा दुरुस्ती का काम नहीं किया है।


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