महासमुन्द

10 महीने से वेतन नहीं, समितियों में तालाबंदी कर कर्मियों की बेमुद्दत हड़ताल शुरू
09-Nov-2021 5:37 PM
10 महीने से वेतन नहीं, समितियों में तालाबंदी कर कर्मियों की बेमुद्दत हड़ताल शुरू

आंदोलन की रणनीति पर चर्चा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 9 नवम्बर।
दस महीने से वेतन नहीं मिलने से नाराज जिले के सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों ने समितियों में तालाबंदी कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। सोमवार को समितियों के कर्मचारी महासमुंद के पिटियाझर नई मंंडी परिसर में एकत्रित हुए और आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की। कर्मचारियों के आंदोलन में जाने के बाद से जिले में धान खरीदी को लेकर जारी पंजीयन कार्य और धान खरीदी की तैयारी प्रभावित हो गई है। किसानों को सूखत की समस्या से भी दो-चार होना पड़ सकता है।

आंदोलन के क्रम में महासमुंद, बागबाहरा सहकारी समिति के कर्मचारी इक_ा हुए और आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। इस संबंध में जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू का कहना है कि कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के मामले को लेकर रायपुर में आंदोलन जारी है। इस आंदोलन को लेकर जिला स्तर पर भी तैयारी की जा रही है। इसी के तहत कल दोपहर में बैठक कर सभी कर्मचारियों ने आपस में चर्चा की।

उन्होंने बताया कि मंगलवार को सरायपाली, बसना और पिथौरा समिति के लिए बैठक बुलाई गई है, जिसमें सभी कर्मचारियों से चर्चा की जाएगी। इसके बाद कर्मचारियों के मंशानुरूप आगे की योजना की रणनीति तैयार होगी। जिलाध्यक्ष के अनुसार सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों को पिछले 10 महीने से वेतन नहीं मिला है। वेतन को लेकर लगातार अधिकारियों से मांग की जा रही है, लेकिन कर्मचारियों को आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला। वेतन न मिलने से कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। इसके चलते परिवार इस वर्ष दीपावली भी नहीं मना पाया।

गौरतलब है कि शासन की ओर से 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसे लेकर तैयारियां भी शुरू करने के निर्देश हैं। वर्तमान खरीफ वर्ष में धान खरीदी के लिए समितियों को तैयारी के लिए भी किसी प्रकार की राशि शासन की ओर से नहीं मिल पाई है। इससे भी कर्मचारियों के सामने तैयारी को लेकर चुनौती है। समितियों की ओर से इसके लिए कई बार मांग की जा चुकी हैं, लेकिन अब तक न ही राशि मिली है और न ही जवाब।
 


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