महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2 नवंबर। राज्योत्सव में संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर को मुख्य अतिथि बनाए जाने का भाजपा ने विरोध किया। भाजपा का कहना है कि आबकारी विभाग में हुए मारपीट के मामले में पीडि़त लीलाराम साहू ने विधायक के निर्देश पर मारपीट होना शिकायत पत्र में लिखा है, जिसे आधार मानकर विधायक व संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर पर एफ आईआर दर्ज किया जाए।
ज्ञात हो कि बीते दिनों इसी मामले को लेकर भाजपाईयों ने कोतवाली का घेराव भी किया था और इसी दौरान पुलिस के सामने यह भी कहा था कि यदि राज्योत्सव में विधायक को अतिथि बनाया गया तो भाजपा इसका विरोध करेगी।
कल शाम हुआ भी यही। राज्योत्सव के जिला स्तरीय मुख्य आयोजन में संसदीय सचिव चंद्राकर को मुख्य अतिथि बनाया गया और भाजपा ने कार्यक्रम से पहले जिलेभर के कार्यकर्ताओं को भाजपा कार्यालय बुलाया। बाद में पुलिस को चकमा देकर भाजपा नेता आयोजन स्थल मिनी स्टेडियम जाने के मुख्य मार्ग पर पहुंचे गए। हालांकि मौजूद जवानों ने आनन-फ ानन में मोर्चा संभाला और भाजपाईयों को रोक लिया।
यहां जमकर नारेबाजी हुई। भाजपाईयों ने अपना रास्ता रोके जाने का विरोध किया और सडक़ पर ही धरने पर बैठ गए। इससे आम रास्ता कुछ देर के लिए जाम रहा। इस दौरान मुख्य मार्ग एनएच- 353 का ट्रैफि क भी ध्वस्त रहा। वाहनों को आउटर पर रोके नहीं जाने से सडक़ पर अव्यवस्था दिखी।
भाजपा के इस विरोध प्रदर्शन को लेकर पुलिस जवान तैनात पहले से ही व्यवस्था बनाने के लिए तैनात थे। जिले के सभी थाने के थानेदारों को भी बुलाया गया था। अतिरिक्त बल भी मौजूद था। भाजपा कार्यालय के पास ही नेताओं को रोकने शास्त्री चौक पर बैरिकेड्स लगाकर अपरान्ह तीन बजे से एएसपी मेघा टेंभुरकर साहू की अगुवाई में अमला तैनात रहा। एसपी दिव्यांग पटेल ने भी व्यवस्था का निरीक्षण किया। बावजूद इसके शाम पौने छह बजे भाजपा कार्यकर्ता, जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया, डॉ. विमल चोपड़ा, पूनम चंद्राकर, योगेश्वर राजू सिन्हा, मोनिका साहू, संजय शर्मा, प्रदीप चंद्राकर, जसराज बाला चंद्राकर, अलका नरेश, दिनेश रूपरेला की अगुवाई में काला झंडा लेकर निकले।
इसके बाद शास्त्री चौक पर पुलिस बल तैनात होने से नेताओं ने रास्ता बदला और सतबहनिया मंदिर मार्ग से कॉलेज रोड पहुंचे। इन्हें देखते ही पुलिस के जवान इन्हें रोकने दौड़े और कॉलेज रोड पर इन्हें रोक लिया गया। यहां जमकर नारेबाजी हुई।
भाजपा जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि निर्देश देने वाला कैसे दोषी नहीं हो सकता है। यदि पीडि़त कर्मचारी लीलाराम साहू ने लिखा है कि विधायक के निर्देश पर मारपीट की गई तो विधायक कैसे पुलिस की नजर में दोषी नहीं हैं, यह पुलिस बताए। पुलिस ने आश्वासन दिया कि जांच उपरांत विधायक पर मामला दर्ज होगा, तब जाकर नेताओं ने धरना समाप्त किया।
जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी, प्रदेश मंत्री सरला कोसरिया, जिपं सदस्य अलका चंद्राकर, उत्तरा प्रहरे, कमला बरिहा, भामिनि पोखन चंद्राकर, हुलसी जितेंद्र चंद्राकर काली साड़ी पहनकर विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंची थीं। भाजपा नेता व नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने पार्टी के विरोध के चलते संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर के साथ मंच साझा नहीं किया। उन्होंने बहिष्कार करते हुए आयोजन से दूरी बनाई। सांसद चुन्नीलाल साहू भी आयोजन से दूर रहे, जबकि आमंत्रण पत्र में दोनों नेताओं का नाम अतिथि के तौर पर अंकित था।