कोण्डागांव
केंद्र बंद होने से 4 पंचायत के 550 से अधिक किसान प्रभावित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल/विश्रामपुरी, 20 नवंबर। एक ओर जहां सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में 15 नवम्बर से धान खरीदी शुरू करवाने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी ओर केशकाल विधानसभा के ग्राम पंचायत बाड़ागांव में प्रशासन ने बजट के अभाव में धान खरीदी केंद्र ही बंद करवा दिया है। पिछले 3 साल से संचालित धान खरीदी केंद्र इस वर्ष अचानक बंद होने के विरोध में अब किसानों का गुस्सा फूटने लगा है। गुरुवार को 4 ग्राम पंचायत के सैकड़ों की संख्या में किसान विश्रामपुरी में धरने पर बैठ गए हैं।
हालांकि विश्रामपुरी तहसीलदार और खाद्य अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर किसानों को समझाइश देने का प्रयास जरूर किया, लेकिन किसान प्रशासन की कोई भी बात मानने को तैयार नहीं हैं।
किसानों का कहना है कि जब तक ग्राम बाड़ागांव में धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं किया जाता, तब तक हमारा यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
किसानों ने बताया कि ग्राम बाड़ागांव में धान खरीदी केंद्र खुलने से 4 ग्राम पंचायत के 550 से अधिक किसानों को सहूलियत मिल रही थी। चूंकि ब्लॉक मुख्यालय विश्रामपुरी से हमारे गांव की दूसरी 6-7 किलोमीटर है। सडक़ भी अत्यधिक जर्जर है जिसके कारण आवागमन में भी काफी परेशानी होती है। खरीदी केंद्र बंद हुआ तो हमने सीएम, कृषि मंत्री, विधायक और कलेक्टर को पत्राचार किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
किसानों का कहना है कि जब तीन वर्षों ने ग्राम बाड़ागांव में धान खरीदी केंद्र संचालित किया जा रहा था। तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि प्रशासन ने केंद्र को बंद करवा दिया है। अधिकारी बजट के अभाव का हवाला दे रहे हैं।
केंद्र के सुचारु रूप से संचालन हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए हम सभी किसान खर्च करने को भी तैयार हैं। इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी धान खरीदी की शुरुआत नहीं कर रहे हैं। सरकार यदि हमारा धान नहीं खरीद सकती तो फिर हमने जो बैंकों से कर्ज लिया है उसे माफ कर दिया जाए।
इस दौरान किसानों को समझाइश देने आए विश्रामपुरी तहसीलदार फनेश्वर सोम ने बताया कि हमने किसानों की मांग को हमने उच्चधिकारियों को अवगत करवा दिया है।
अधिकारियों से जो मार्गदर्शन मिलेगा, उस आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।


