कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 6 नवंबर। बस्तर की लाइफलाइन कहलाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग 30 केशकाल शहर की जर्जर सडक़ के विरोध में अब जनाक्रोश भी बढऩे लगा है। गुरुवार को व्यापारी संघ और नगरवासियों ने एकदिवसीय बंद का आवाह्न किया था। जिसमें नगर के सभी व्यापारियों का भरपूर समर्थन मिला है। दोपहर 1 बजे तक नगर की लगभग सभी दुकानें पूर्णत: बंद हैं।
नगरवासियों की मांग है कि खराब सडक़ के कारण जनता को आर्थिक व शारीरिक रूप से नुकसान हो रहा है। इसलिए शासन प्रशासन को जल्द से जल्द सडक़ का निर्माण शुरू करवाना चाहिए। वही किसी प्रकार कि विवाद स्थिति उत्पन्न न हो, इसलिए सभी चौक चौराहों पर पुलिस प्रशासन भी तैनात रही ।
ज्ञात हो कि एनएच 30 केशकाल शहर की 3.5 किलोमीटर की सडक़ के नवीनीकरण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने 8 करोड़ 19 लाख रुपए की लागत से निविदा आमंत्रित की गई है। लेकिन कोई भी ठेकेदार इस निविदा में भाग नहीं ले रहा है, ऐसे में निविदा की तिथि बढ़ती जा रही है। ठेकेदारों द्वारा निविदा प्रक्रिया में रुचि न दिखाए जाने के कारण प्रशासन को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि 7 नवंबर की सुबह 11.30 बजे निविदा टेंडर खुलने की बात कही जा रही है।
इस सम्बंध में व्यापारी संघ के सदस्य नीरज अग्निहोत्री, सद्दाम मेमन, मनोज तातेड़ ने बताया कि खराब सडक़ के कारण व्यापारी बंधुओ को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। हमारा व्यापार पूरी तरीके से चौपट हो चुका है। गड्ढों और धूल के कारण लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिया है। इस समस्या को लेकर के व्यापारी संघ के द्वारा एक दिवसीय नगर बंद का आवाहन किया गया था। जिसमें सभी व्यापारियों का भरपूर समर्थन मिला है।
स्थानीय नगरवासी मदनलाल तातेड़, नंदकिशोर राठी ने बताया कि सडक़ पर उड़ती धूल और कीचड़ ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। हमें सांस संबंधित बीमारियों होने लगी है। स्कूली बच्चों और राहगीरों को धूल फांकते हुए सडक़ से गुजरना पड़ रहा है। इसके बावजूद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को जनता की कोई परवाह नहीं है। इस सडक़ का नवीनीकरण जल्द से जल्द शुरू करवाना चाहिए।
केशकाल एसडीओपी अरुण नेताम ने बताया कि केशकाल की जर्जर सडक़ को लेकर स्थानीय व्यापारी व नगरवासी मिलकर नगर बन्द करने का आह्वान किए थे । इस दौरान किसी प्रकार की विवाद की स्थिति निर्मित ना हो, इसलिए सभी चौक चौराहों पर पुलिस की तैनाती की गई थी ।




