कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 29 अक्टूबर। जिले में लगातार हो रही सडक़ दुर्घटनाओं को देखते हुए अब प्रशासन ने एक सराहनीय कदम उठाया है। सडक़ सुरक्षा को लेकर जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हेलमेट बैंक योजना की शुरुआत कोण्डागांव के ग्राम पंचायत मसोरा से की गई। जिन्दगी का सफर सुरक्षित रखें, हेलमेट जरूर पहनें थीम पर आधारित इस अनूठी पहल का शुभारंभ कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने रिबन काटकर किया।
ग्राम पंचायत मसोरा के पंचायत भवन में इस योजना के तहत 15 हेलमेट रखे गए हैं, जिनका नि:शुल्क उपयोग ग्रामीण कर सकेंगे। यदि किसी व्यक्ति के पास हेलमेट नहीं है, तो वह ग्राम पंचायत से हेलमेट लेकर यात्रा कर सकता है और वापसी के बाद उसे पुन: पंचायत कार्यालय में जमा करना होगा ताकि अन्य लोग भी उसका उपयोग कर सकें। इस व्यवस्था का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में सडक़ सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और हेलमेट पहनने की आदत विकसित करना है।
कलेक्टर ने बताया कि प्रारंभिक चरण में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के किनारे स्थित ऐसे पांच ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है, जहाँ पिछले कुछ वर्षों में सबसे अधिक सडक़ दुर्घटनाएँ हुई हैं। इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए जनपद पंचायत केशकाल के ग्राम मस्सुकोकोड़ा, फरसगांव जनपद के ग्राम चिचाड़ी व लंजोड़ा तथा कोण्डागांव जनपद के ग्राम बनियागांव व दहिकोंगा को चयनित किया गया है।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अविनाश भोई, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अतुल आसैया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश डांडे, उप पुलिस अधीक्षक सतीश भार्गव, जनपद सदस्य अनिल कोर्राम, सरपंच सुकली बाई मरकाम, सरपंच भुनेश्वरी सोरी समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और ग्रामीण मौजूद रहे। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि, फिलहाल यह प्रारंभिक पायलट प्रोजेक्ट केवल गिरोला और मसोरा गांवों में लागू किया गया है। आगामी द्वितीय चरण में राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े 18 गांव को इस योजना से जोड़ा जाएगा और अंतिम चरण में जिले के सभी पंचायत स्तरों पर हेलमेट बैंक योजना का विस्तार किया जाएगा।


