कोण्डागांव

कोण्डागांव, 8 सितंबर। जिला के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिपावंड में साइबर सेल कोण्डागांव द्वारा रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में साइबर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
साइबर पुलिस की ओर से मौके पर मुख्य वक्ता मनीष बोस ने विद्यार्थियों को ऑनलाइन गेम, डिजिटल क़ैद, फर्जी कॉल, संदिग्ध एपीके एप, फेसबुक फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट, फेक अकाउंट और ऑनलाइन पैसों की ठगी जैसे खतरों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने सच्ची घटनाओं पर आधारित उदाहरण साझा करते हुए समझाया कि साइबर अपराध किस तरह युवाओं को निशाना बनाते हैं और समय रहते जागरूक रहना ही सबसे बड़ा बचाव है। उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी बताया कि किसी भी प्रकार की डिजिटल धोखाधड़ी होने पर घबराएं नहीं, बल्कि तत्काल साइबर सेल से संपर्क करें।
कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने वक्ता से कई सवाल पूछे। कुछ विद्यार्थियों ने ऑनलाइन गेम्स और अज्ञात लिंक पर क्लिक करने के खतरों से जुड़ी शंकाएं रखीं, जिनका समाधान विस्तार से किया गया। मनीष बोस ने कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सोच-समझकर करें और निजी जानकारियां किसी अजनबी के साथ साझा न करें।
संस्था प्राचार्य एस सोनपिपरे ने कहा कि आज साइबर अपराध सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि गांवों तक फैल चुका है। ऐसे में यह आवश्यक है कि विद्यार्थी इस जागरूकता को अपने घर, परिवार और पूरे समुदाय में फैलाएं।
इस अवसर पर मनोज कुमार मरकाम, चंद्रेश कुमार चतुर्वेदी, मोहनलाल बोगा, प्रकाश कुमार देवांगन, शैलेष कुमार साहू, जितेश दर्शन, मनीष तरार सहित समस्त शिक्षकगण, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यशाला के अंत में विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वे साइबर सुरक्षा से संबंधित जानकारी को अपने साथियों व समाज में साझा करेंगे।