कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 7 दिसंबर। कोण्डागांव में सर्व आदिवासी समाज द्वारा 7 दिसंबर को बुलाए गए एक दिवसीय बंद का नगर पर व्यापक प्रभाव देखने को मिला। समाज ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार, शासकीय भर्ती में स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता और आदिवासी युवा प्रभाग के जिलाध्यक्ष यतीन्द्र छोटू सलाम के विरुद्ध सौंपे गए ज्ञापन समेत कई मुद्दों पर अपनी मांगों को लेकर बंद का आह्वान किया हैं।
बंद के दौरान नगर के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रहे। बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। चौपाटी मैदान में सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले सभा आयोजित की गई, जिसमें समाज के प्रमुख सदस्यों और विभिन्न संगठनों ने भाग लेकर समर्थन जताया।
सभा में वक्ताओं ने अपनी मांगों को रखते हुए महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ सख्त कदम उठाने और शासकीय नौकरियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है। इसमें प्रमुख मांगें महिलाओं की सुरक्षा, स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार के अवसर और समाज से जुड़े मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई को लेकर थीं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बंद के दौरान नगर में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। पुलिस बल हर संवेदनशील स्थान पर तैनात रहा, जिससे बंद शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। हालांकि, व्यापारिक प्रतिष्ठानों के बंद रहने से नगर की आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ा।