कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 2 दिसंबर। कोण्डागांव के शासकीय आदर्श आवासीय कन्या महाविद्यालय का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की युवतियों को सुरक्षित और सुविधाजनक आवासीय उच्च शिक्षा प्रदान करना था, लेकिन वर्तमान में यहां की छात्राएं मूलभूत सुविधाओं के अभाव में संघर्ष करती नजर आ रही हैं।
महाविद्यालय परिसर में संचालित छात्रावास में अब तक किसी वार्डन की नियुक्ति नहीं हुई है। छात्राओं ने बताया कि, वे असुरक्षित महसूस करती हैं, खासकर क्योंकि छात्रावास के निकट शराब की दुकान भी है। वार्डन की अनुपस्थिति से अनुशासन और सुरक्षा संबंधी समस्याएं बढ़ गई हैं।
खुद पकाना पड़ रहा भोजन
छात्रावास में मेस या कैंटीन की व्यवस्था नहीं है। इसके कारण छात्राएं स्वयं खाना पकाने को मजबूर हैं। हर रविवार को साप्ताहिक बाजार के लिए छात्राओं को मालवाहक वाहन किराए पर लेना पड़ता है। यह न केवल असुविधाजनक है, बल्कि सुरक्षा और समय प्रबंधन के लिहाज से भी चुनौतीपूर्ण है।
छात्राओं की मांग
छात्राओं ने आग्रह किया है कि प्रशासन जल्द से जल्द वार्डन नियुक्त करे और मेस की सुविधा उपलब्ध कराए। इससे न केवल उनकी सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि वे अपनी पढ़ाई पर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर सकेंगी।