कोण्डागांव

सीएमएचओ सहित 12 सदस्यीय दल ने लगाया शिविर, 242 की रक्त जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 28 अगस्त। डायरिया से 3 की मौत की खबर के बाद नेलवाड़ में सीएमएचओ सहित 12 सदस्यीय दल ने शिविर लगाकर प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच की। शिविर में 242 लोगों की रक्त जांच की।
नेलवाड़ में अचानक स्वास्थ्य खराब होने पर कुछ लोगों की मृत्यु के संबंध में जानकारी प्राप्त होते ही कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. आरके सिंह सहित 12 सदस्यीय दल तत्काल ग्राम तोड़म के नेलवाड़पारा, नयापारा एवं मारीपारा पहुंचा। जहां दल द्वारा शिविर लगाकर घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
रविवार को 155 लोगों की स्वास्थ्य जांच की, जिसमें एक मलेरिया धनात्मक मरीज की पहचान हुई थी। इसके अतिरिक्त 6 को उल्टी, 5 को पेट दर्द, 42 को सर्दी खांसी होना पाया गया था। जिस पर तुरंत उपचार प्रारंभ किया गया एवं मैनी बाई तथा आसमन कोर्राम को जिला अस्पताल रेफर किया गया था। जहां दोनों मरीजों को उचित उपचार प्राप्त होने पर दोनों की स्थिति में सुधार आया है।
सोमवार को दल ने पुन: तोड़म के तीनों पारों में शिविर लगाया और गृह भेंट भी किया। जिसमें पाया गया कि अब गांव में किसी को भी उल्टी एवं दस्त की शिकायत नहीं है। इसके साथ ही ऐसे व्यक्ति जिनमें किसी भी बीमारी के लक्षण दिखायी दिये। उनके खून की जांच के साथ विस्तृत स्वास्थ्य जांच भी की गई। जहां दल द्वारा 87 लोगों के रक्त की जांच की जिसमें केवल दो मलेरिया से पीडि़तों की पहचान की गयी। इसके अतिरिक्त 11 सर्दी, जुकाम, खांसी के मरीज पाये गये। सभी का उपचार किया गया। इस दल में सीएमएचओ सहित आरएचओ नरेन्द्र मरकाम, मधु धीवर, चम्पा कश्यप, प्रमिला मानिकपुरी, नौकेश पाण्डेय एवं अन्य कर्मचारी शामिल थे।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि नेलवाड़ में प्रत्येक घर तक पहुंचकर लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई है। जिसमें अब तक 3 मलेरिया धनात्मक मरीजों के अलावा 53 अन्य सामान्य सर्दी, खांसी के मरीज पाये गये हैं। जिन्हें आवश्यक दवाईयां प्रदान कर दी गयी है।
बच्चों को उपचारात्मक रूप से दवाईयां भी प्रदान की गयी हैं। इसके अतिरिक्त लोगों को पानी उबालकर उसे ठण्डा करने के पश्चात छान कर पीने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
गांव में लोगों को कोई समस्या न हो इसके लिए शिविर को लगातार संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया जा रहा है। मोबाईल मेडिकल यूनिट को भी ग्राम में लगाया गया है ताकि लोगों को त्वरित उपचार प्राप्त हो सके।