कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 14 सितंबर। बड़ेराजपुर विकासखण्ड के अंतिम छोर पर बसा ग्राम बस्तरबुडरा और भालूपानी में सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित ‘मावा गिरदा कोंडानार’ कार्यक्रम में शामिल होने कलेक्टर दीपक सोनी व पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल पहुंचे। जीवन में पहली बार जिले के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को अपने बीच पाकर ग्रामीण खुश हुए। कलेक्टर व एसपी द्वारा स्थानीय युवा छात्र-छात्राओं, स्कूली बच्चों को खेलने के लिए वॉलीबॉल, क्रिकेट किट का वितरण करते हुए सभी युवाओं को टी-शर्ट भी प्रदान की गईं। साथ ही स्कूली बच्चों को चॉकलेट और नोटबुक भी भेंट किए गए।
कलेक्टर ने ग्रामीणों की समस्याएं जानी
इस अवसर पर कलेक्टर ने ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं के संबंध में जाना और ग्रामीणों से गांव में चल रहे विकास कार्यों के संबंध में जानकारी लेते हुए, समस्याओं के निदान हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने युवाओं को कहा कि, प्रशासन हर कदम में ग्रामीणों के साथ है। उन्होंने गत वित्तीय वर्ष की अपेक्षा मनरेगा द्वारा स्वीकृत कार्यों की संख्या को दोगुना करते हुए रोजगार के अवसर बढ़ाने और इसका लाभ प्रत्येक व्यक्ति को दिलाने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने राजीव मितान क्लब के सदस्यों से भी मुलाकात करते हुए उन्हें ग्राम के विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि, जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन लोगों की सहायता हेतु सदैव तत्पर है। मावा गिरदा कोंडानार का उद्देश्य विश्वास, विकास व सुरक्षा प्रदान करना है। जिसके तहत उन्होंने बच्चों को पुलिस के पास जाने से होने वाले संकोच को दूर करने के लिए शिक्षकों को स्कूली बच्चों को निकटतम थाने में शैक्षणिक भ्रमण कराने को कहा। उन्होंने यहां के युवाओं को पुलिस सेवा, थल सेना, सीमा सुरक्षा बल और सीआरपीएफ से जुडक़र देश की सेवा करने को प्रोत्साहित किया।
मोटर साइकिल में भालूपानी पहुंचे कलेक्टर व एसपी
इस दौरान कलेक्टर व एसपी भालूपानी मार्ग पर सडक़ निर्माण के सर्वेक्षण और ग्रामीणों से मिलने मोटरसाइकिल में सवार होकर भालूपानी पहुंचे। जहां उन्होंने खाट पर बैठकर चौपाल का आयोजन किया। चौपाल में आये भालूपानी और टपरापानी के ग्रामीणों ने पहली बार अपने बीच कलेक्टर और एसपी को पाकर हर्ष व्यक्त किया। गांव में बिजली, पानी व सडक़ की समस्या के संबंध में जानकारी दी। जिस पर कलेक्टर द्वारा जल्द से जल्द वन विभाग के माध्यम से सडक़ निर्माण, गांव में पेयजल हेतु दो बोर खोदने और जल्द से जल्द आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण के निर्देश दिए। विद्युत संबंधी समस्या हेतु कलेक्टर ने तुरंत क्षेत्र के उप अभियंता को बुलाकर विद्युत लाइनों के विस्तार हेतु निर्देश दिए।