कोण्डागांव

भारी संख्या में कर्मचारी, बैठने के लिए जगह नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 1 सितंबर। भूपेश सरकार आंदोलन को तोडऩे के लिए कर्मचारियों को डरा रही है, और विभिन्न प्रकार के हथकंडे अपनाकर आंदोलन को तोडऩा चाह रही है। वहीं दूसरी ओर भूपेश सरकार के अडिय़ल रवैये से परेशान होकर भारी भीड़ के साथ कर्मचारी अधिकारी आंदोलन में उपस्थित हो रहे हैं। जिला मुख्यालय कोण्डागांव के स्टेडियम ग्राउंड में लगे पंडाल में भारी भीड़ के कारण कर्मचारी अधिकारी पेड़ों का सहारा लेकर आंदोलन में उपस्थिति दे रहे हैं।
मिली जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री के नुमाइंदों द्वारा शनिवार तक आंदोलन से वापस जाने वाले को वेतन दिया जाएगा। भुपेश सरकार के इस आदेश से कर्मचारी अधिकारियों में नाराजगी अधिक बढ़ गया और अब कर्मचारी उग्र आंदोलन के लिए तैयार हो रहे हैं। आम कर्मचारी अधिकारी प्रांत नेतृत्व को संदेश देना चाहते हैं कि, आंदोलन किसी भी सूरत में वापस नहीं होगा। जब तक कि 34 महंगाई भत्ता व सातवें वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ता प्राप्त न हो। जिले में विभिन्न कर्मचारियों के घटक लगभग 23 संगठन आंदोलन में सम्मिलित हैं। सभी संगठन के पदाधिकारी भूपेश सरकार के सभी दमन को झेलने के लिए तैयार है। दमन के आगे नहीं झुकेंगे, दमन किया तो और लड़ेंगे कहावत के साथ आंदोलन में उग्र नीति अपनाने का निर्णय लिया।