कोण्डागांव

युवोदय स्वयं सेवक ने शालात्यागी बालिका का किया स्कूल में दाखिला
26-Jul-2022 10:31 PM
युवोदय स्वयं सेवक ने शालात्यागी बालिका का किया स्कूल में दाखिला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 26 जुलाई।
सामुदायिक जागरूकता पर कार्य कर रहे युवोदय कोंडानार चेंप्स के स्वयंसेवक द्वारा किया गया सराहनीय कार्य एक बार सामने आया है।

तहसील केशकाल पिपरा बहीगांव की संध्या मरकाम की माता लगभग 5 साल से मानसिक बिमारी से पीडि़त है, और उनके पिताजी का भी पिछले साल देहांत हो गया। संध्या कक्षा 7वीं तक पढ़ाई करके छोड़ चुकी थी। जिसके चलते वह घर में उदास रहने लगी थी, घर में अकेले रहकर सोच-सोचकर संध्या मानसिक रूप से अस्वस्थ रहने लगीं थी, संध्या गर्मी की छुट्टी में अपने बड़ी माँ के घर आंवरी गई थी। उनके घर में कोई सहयोगी नहीं होने के कारण आगे नहीं पढ़ पाऊगी ऐसा मन में सोच ली थी। क्योंकि घर में उसकी मां मानसिक रूप से बीमार थी, तो घर का माहौल भी अच्छा नहीं था, और संध्या को घर में तनाव महसूस होता था।

पाटला के स्वयंसेवक गुपेश मरकाम ने संध्या को मिलकर समझाया कि अकेले रहने से आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा और पढ़ाई भी आगे नही हो पाएगी, इसलिए खुद के मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए व आगे की पढ़ाई करने के लिए आपको पढऩा पढ़ेगा, यह संध्या को समझाने पर आंवरी अपनी बड़ी माँ के घर रहकर पढऩे के लिए तैयार हुई। तब गुपेश मरकाम पिपरा के माध्यमिक स्कूल से टीसी ले जाकर के आंवरी के माध्यमिक स्कूल में शालात्यागी बच्ची संध्या को आठवीं क्लास में दाखिला करवाया।

युवोदय कोंडानार चौंप्स युवा स्वयंसेवक गुपेश मरकाम के सहयोग से संध्या के जीवन में प्रकाशमय जीवन का उदय हुआ, स्वयंसेवक ने केवल दाखिला ही नहीं करवाया बल्कि संध्या के मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखने में भी मदद की। साथ ही पढ़ाई हेतु वापस नीव तैयार किया।

युवोदय कोंडानार चौंप्स के युवा गुपेश मरकाम का कहना है कि  संध्या के घर की पारिवारिक स्थिति को सुधारने में मंै सहायक बन सकूँ यही मेरी इच्छा है, जल्द ही मानसिक रूप से बीमार संध्या की माँ संतरी मरकाम को भी मनोरोग चिकित्सक से इलाज करवाने में सहयोग करूँगा, यह निर्णय लिया है।


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