कोण्डागांव

समिति ने कहा जंगल में नहीं होने देंगे अतिक्रमण
कोण्डागाँव, 14 जून। अतिक्रमण हटवाने का ज्ञापन देने वन प्रबंधन समिति के सदस्य डीएफओ कार्यालय पहुंचे।
ज्ञात हो कि शासन ने जब से वन अधिकार पत्र देने का योजना चलाया, तब से ग्रामीण निवासियों द्वारा वन अधिकार पत्र पाने के लालच में हरे भरे पेड़ों को काट कर अतिक्रमण करने के मामले लगातार सामने आते रहे हैं।
कोण्डागांव विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत बडेकनेरा पीएफ क्रमांक 496 में कमेला पंचायत के निवासियों द्वारा हरे भरे पेड़ों को काटकर खेत बनाने में लगे हुए हैं , वहीं वन कर्मचारियों द्वारा मनाही करने पर जान देने की बात कर डराने धमकाने की बाते भी सामने आ रही है।
वन सुरक्षा समिति बडेकनेरा का कहना है कि अतिक्रमणकारियों के पास वन अधिकार पत्र नहीं है और न ही शासन द्वारा किसी तरह से कोई प्रमाण पत्र दिया गया है। कुछ वर्ष पूर्व वन अधिकार पत्र हेतु इन्होंने ग्राम पंचायत बडे कनेरा में आवेदन दिया था मगर ग्राम सभा में सर्वसम्मति से पारित कर इस आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। इसके बावजूद यह जंगल काटने में लगे हुए हैं।
वन कर्मचारियों की मानें तो वर्ष 2018 में यह प्रकरण चालान न्यायालय में प्रस्तुत किया गया एवं संबंधितों को जेल भी भेजा गया।दिनांक 4/4/2021 को बिना अनुमति वन भूमि पर नलकूप खनन वर्ष 2010 से वर्तमान तक लगातार झोपड़ी निर्माण, फसल बोआई , मेड़ बांधने का प्रयास किया जा रहा है। जिसे वन प्रबंधन समिति बड़ेकनेरा एवं विभागीय तौर पर रोका जा रहा है। अतिरिक्त लालच में नया झोपड़ी निर्माण, मेड बांधने का कार्य संबंधित किसानों द्वारा किया जा रहा है । रोके जाने पर कोसार टेडा बांध से प्रभावित व्यक्ति होने का दावा करना, यह वन भूमि ग्राम कमेला के अन्तर्गत आता है हम लोग कुछ भी करें ऐसा कहना एवं प्रताडि़त करने का आरोप लगाया जाता है।
यह वन भूमि सुरक्षा हेतु वन प्रबंधन समिति बड़ेकनेरा को आबंटित किया गया ।