कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 8 जून। छत्तीसगढ़ शिक्षक पंचायत/नगरीय निकाय संघ अब छत्तीसगढ़ शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के नाम से जाना जाएगा। प्रदेश में पंचायत एवं नगरीय निकाय के अधीन कार्यरत शिक्षकों का अब सम्पूर्ण रूप से शिक्षा विभाग में संविलयन हो चुका है और स्थानीय निकाय के सभी शिक्षक शासकीय शिक्षक बन चुके हैं।
शिक्षकों, पूर्व संघ के पदाधिकारियों व सदस्यों की मंशा एवं सुझाव अनुरूप शिक्षकों की समस्याओं और मांगो को प्रभावी रूप से शासन एवं प्रशासन के समक्ष रखने एवं निराकृत कराने के लिए छत्तीसगढ़ शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन का गठन किया गया। जिसके प्रांतीय पदाधिकारियों की पहली सूची 5 जून को घोषित की गई।
प्रांतीय पदाधिकारियों में प्रांताध्यक्ष पद पर कोरबा से डॉ. गिरीश केशकर, कार्यकारी प्रांताध्यक्ष कोंडागांव से पवन कुमार साहू, प्रांतीय उपाध्यक्ष खरसियां रायगढ़ से दिनेश कुमार घृतलहरे, प्रांतीय सचिव कोरबा से तरुण वैष्णव, प्रांतीय कोषाध्यक्ष कोरबा से प्रकाश वैष्णव, प्रांतीय प्रवक्ता सक्ती से श्यामलाल सितारे, संगठन सचिव के लिए सीतापुर सरगुजा से श्रीमती स्नेहलता टोप्पो एवं बिलासपुर से मनोज खाण्डे, प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में रायपुर से श्रीमती सुचिता साहू, बगीचा जसपुर से पवन सोनवानी एवं दंतेवाड़ा से नारायण कुमार वर्मा को शामिल किया गया
एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष डॉ. गिरीश केशकर ,कार्यकारी प्रांताध्यक्ष पवन कुमार साहू एवं प्रांतीय सचिव तरुण वैष्णव ने बताया कि विगत कुछ वर्षों में शिक्षकों की कुछ महत्वपूर्ण मांगें जरूर पूरी हुई है, लेकिन अभी भी शिक्षकों की कई मूलभूत मांगे एवं समस्याएं लंबित हैं, जो निराकृत नहीं हो पाई हैं।
सभी शिक्षकों की स्थानीय एवं प्रदेश स्तर की समस्याओं सहित लंबित मूलभूत मांगों को पूरी करवाने की दिशा में प्रमुखता से कार्य करना एवं शासन प्रशासन के समक्ष रखने के साथ ही संगठन को विद्यार्थियों एवं समाज हित की दिशा में कार्य करना एसोसिएशन की पहली प्राथमिकता होगी। जल्द ही प्रदेश के सभी जिलों में संगठन की कार्यकारिणी का विस्तार किया जाएगा।
इस अवसर पर कार्यकारी प्रांताध्यक्ष पवन साहू ने जानकारी देते हुए कहा कि सहायक शिक्षक एलबी संवर्ग के वेतन विसंगति संबंधित मांगों को सर्व प्राथमिकता से ध्यान में रखते हुए ।सभी संघों के साथ समन्वय बनाकर शासन प्रशासन के समक्ष रखकर अभिलंब पूर्ण करने की मांग करेंगे।